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जम्मू कश्मीर में आज से खुले सभी धार्मिक स्थलों के कपाट

जम्मू कश्मीर

जम्मू: जम्मू कश्मीर में आज से सभी धार्मिक स्थलों के कपाट खुल गए। श्री माता वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए भी श्रद्धालु कटरा पहुंचने लगे हैं। पहले सप्ताह केवल दो हजार श्रद्धालुओं को ही दर्शन करने की अनुमति दी गई है। इसमें के लिए बाहरी राज्यों के लिए और जम्मू कश्मीर के 1900 श्रद्धालुओं को दर्शन करने की इजाज़त है। सुबह से हालांकि भक्तो की भीड़ कम देखी गई। दिन गुजरने के साथ ही भक्तों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है। एक सप्ताह बाद श्रद्धालुओं की संख्या पांच हजार प्रतिदिन कर दी जाएगी।

सभी धार्मिक स्थलों को गया

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार ने बताया यात्रा के प्रबंधों की पूरी तैयारी कर ली है। बुकिंग कांउटर पर भीड़ जमा नहीं हो, इसके लिए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने ऑनलाइन बुकिंग करने का फैसला लिया है। सभी याऋियों का पहले टेस्ट होगा और उसके बाद भवन की तरफ जाने की अनुमति है। जबकि बाहरी प्रदेशों से आए भक्तों का विधिवत कोरोना टेस्ट होगा। अगर कोई पाजीििटव पाया गया तो उसे क्वारंटिन किया जाएगा। इसके साथ ही चरार ए शरीफ, हजरत बल, नागिन साहिब, जामा मस्जिद, डेरा नांगली साहब, बाबे वाली माता में भी श्रद्धालु चार महीनों के बाद दर्शन करने जा सकेंगे।

सरकार ने जारी की एसओपी

श्री माता वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए हर साल करीब एक करोड लोग दर्शनों के लिए आते थे। कोरोना की वजह से धार्मिक स्थलों को बंद करने के आदेश दिए गए थे। जम्मू कश्मीर में भी 24 मार्च को लाॅकडाउन लग गया था। जुलाई महीने में स्थानीय मंदिरों को खोल दिया गया था। प्रमुख धार्मिक स्थल बंद रखने के आदेश लागू रहे। सरकार ने रियासी जिला प्रशासन और श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड को आदेश दिया है कि वह एसओपी का सख्ती से पालन कराएं। बोर्ड ने भी एसओपी का सख्ती से पालन करने पर यात्रियों की जांच कर रहा हैं। रिसासी जिला प्रशासन ने भी विशेष प्रबंध किए हैं। ताकि कोई भी एसओपी का उल्लंघन नहीं कर सके।

नियमों का किया जायेगा पालन

किसी भी श्रद्धालु को मास्क के बिना नहीं जाने दिया जाएगा। प्रत्येक श्रद्धालु के बीच छह फीट का फ़ासला होना चाहिए। अन्य धार्मिक स्थलों हर श्रद्धालु का भी पहले औपचारिक मेडिकल टेस्ट होगा। दर्शन करके लौटने के बाद भी उनका टेस्ट होगा। अगर प्रशासन जांच के बाद कि किसी भक्त को क्वार्रंटाईन करना है तो उसे क्वारंटिन किया जाए। दस साल की उम्र से कम बच्चे और 60 से अधिक उम्र के बुजुर्गो को दर्शन करने की मनाही है। इसके अलावा गर्भवती मलिाएं भी यात्रा नहीं कर सकेंगी।

जम्मू के प्रमुख श्रद्धा केंद्र बावे वाली माता के दर्शनों के लिए 16 अगस्त को श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। open religious placeको सरकार द्वारा जारी एसओपी का सख्ती से पालन करना होगा। बाहर से कोई भी वस्तु, प्रसाद आदि लाने की भी मनाही गाईडलाइन में दी गई है।

रिपोर्टर- राजेश विद्यार्थी

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