जम्मू-कश्मीरः पुलवामा में सेना और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में सेना के जवानों ने आज सुबह दो आतंकियों ढ़ेर कर दिया है। पुलवामा के राजपोरा गांव में हुई इस मुठभेड़ के दौरान सेना और एसओजी के जॉइंट ऑपरेशन में दो आतंकी मारे गए हैं। खबर के मुताबिक इलाके में अब भी कुछ आतंकियों के छिपे होने की आशंका जताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक सेना को शुक्रवार-शनिवार की रात पुलवामा में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए सेना की 44 राष्ट्रीय राइफल्स, केंद्रीय रिजर्व पुलिस की 183 बटालियन और जम्मू-कश्मीर पुलिस की एसओजी टीम को राजपोरा गांव की घेराबंदी करने के लिए भेजा। इसी दौरान यहां के हाजीपाइन इलाके के एक मकान में छिपे आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग कर भागने की कोशिश करनी चाहिए।
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बता दें कि गोलीबारी के बाद जवानों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए आतंकियों को एक मकान में घेर लिया। जिसके बाद शनिवार सुबह से ही इलाके में दोनों तरफ से भारी गोलीबारी की शुरुआत हुई। इस कार्रवाई के दौरान सेना ने इलाके में इंटरनेट सेवाओं पर भी रोक लगा दी और सुरक्षा के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस की कई टीमों को मुठभेड़ स्थल के आसपास तैनात किया।
सेना के ऑपरेशन के दौरान सुबह 8 बजे के आसपास दो आतंकी मार दिए गए। हालांकि अब तक इलाके में मुठभेड़ की समाप्ति की घोषणा नहीं की गई है। माना जा रहा है कि कुछ आतंकी अब भी छिपे हो सकते हैं। इस आशंका के कारण सेना और पुलिस ने इलाके में कॉम्बिंग ऑपरेशन की शुरुआत की है।
कश्मीर घाटी में सेना की इस कार्रवाई से पहले जम्मू संभाग के सांबा जिले में सेना ने जमीन के नीचे छिपाए गए घातक हथियारों का एक जखीरा भी बरामद किया है। सांबा जिले में सेना एक एक सर्च ऑपरेशन में दो एके-47 राइफल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए हैं। सेना के अनुसार, 28 और 29 दिसंबर की रात हुए इस सर्च ऑपरेशन के वक्त बरामद हथियारों को जमीन के नीचे छिपाकर रखा था।