नई दिल्ली। 13 अप्रैल 1919 को बैसाखी के पर्व पर पंजाब में अमृतसर के जलियांवाला बाग हत्याकांड को आज 99 साल पूरे हो चुके हैं। जलियावाला बाग के शहिदों को याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा मैं उन शहीदों को नमन करता हूं, जो इस दिन जलियांवाला बाग में निर्दयता से मारे गए थे। हम उनके साहस और बलिदान को कभी नहीं भूलेंगे। उनकी वीरता आने वाले वर्षों के लिए भारतीयों को प्रेरित करेगी। साथ ही पीएम मोदी ने लोगों को बैसाखी की भी शुभकामनाएं दी। उन्होंने लिखा बैसाखी के पावन अवसर पर देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। नई उमंगों से जुड़ा यह त्योहार सभी के जीवन में नई ऊर्जा और नए उत्साह का संचार करे।
बता दें कि 1919 में अमृतसर के जलियांवाला बाग के शहीदों को याद करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने याद करते हुए कहा कि जो लोग इस दिन शहीद हो गए मैं उनके साहस और बलिदान को सलाम करता हूं। उनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। गृह मंत्री अमित शाह ने भी शहीदों को याद करते हुए ट्वीट कर लिखा देश के स्वाधीनता आंदोलन में अमूल्य योगदान देने वाले जलियांवाला बाग के वीर बलिदानियों को कोटि-कोटि वंदन। इन बलिदानियों की वीर गाथाएं और इनका शौर्य भारतवासियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा। भारत मां के लिए आपके इस बलिदान का देश हमेशा ऋणी रहेगा।
जानकारी के लिए बता दें कि 13 अप्रैल 1919 को बैसाखी के पर्व पर पंजाब में अमृतसर के जलियांवाला बाग में ब्रिगेडियर जनरल रेजीनॉल्ड डायर के नेतृत्व में अंग्रेजी फौज ने गोलियां चला के निहत्थे, बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों सहित सैकड़ों लोगों को मार डाला था और हजारों लोगों को घायल कर दिया था। बता दें कि जलियांवाला बाग अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के पास एक छोटा बगीचा है। अंग्रेज अफसर ब्रिगेडियर जनरल डायर के आदेश पर 10 मिनट तक 1650 राउंड गोलिया बरसाई गई थी, दीवारों पर गोलियों के निशान आज भी मौजूद हैं।
डायर करीब 100 सिपाहियों के साथ बाग के गेट तक पहुंच गया था। वहां पहुंचते ही उसने बिना किसी चेतावनी के वहां मौजूद लोगों पर गोलियां चलवानी शुरू कर दी थी। इस बीच लोग अपनी जान बचाने के लिए बाग में एक कुएं में कूदने लगे। गोलीबारी के बाद कुएं से करीब 200 शव बरामद हुए थे।