चंडीगढ़। कांग्रेस के पंजाब प्रभारी सुनील जाखड़ ने बीजेपी के नवनियुक्त प्रदेश प्रभारी श्वेत मलिक को सलाह दी है। जाखड़ ने मलिक को नसीहत दी की पंजाब सरकार के एक साल के कार्य प्रदर्शन पर टिप्पणी करने से पहले वे मोदी सरकार के चार साल के कार्यकाल का अध्ययन करें। जाखड़ ने कहा कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष को जिम्मेदारी वाला पद संभालने के बाद प्रदेश सरकार के खिलाफ इस तरह से गैरजिम्मेदाराना बयान देने से बचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पंजाब के सीएम के नेतृत्व में चल रही पंजाब सरकार ने जब साल 2019 में सत्ता संभाली थी तो कांग्रेस सरकार को विरासत में अकाली-भाजपा के 10 साल के कुशासन के साथ तबाह हो चुकी पंजाब की अर्थव्यवस्था मिली थी। जाखड़ ने कहा कि कैप्टन ने जब सीएम का पद संभाला तब प्रदेश में न तो कानून का राज था और न ही खजाने में कोई पैसा था, लेकिन हमारी सरकार ने अपने पिछले एक साल के कार्यकाल में पंजाब की कंगाली को दूर करने का काम किया है और चुनावी वादों को भी पूरा किया है।
पंजाब कांग्रेस के प्रभारी ने कहा कि पंजाब सरकार ने किसानों की कर्ज माफी की योजना को प्रभावी और चरणबद्ध तरीके से लागू किया और अब एससीबीसी समुदाय के भी 50 हजार तक के कर्जे माफ करने का फैसला किया गया है। उन्होंने कहा कि अब तक राज्य सरकार अपने सवा सौ से अधिक चुनावी वादे पूरे कर चुकी है और लगातार पूरे विश्वास के साथ सरकार हर एक चुनावी वादा पूरा करने के लिए दृढ़ता से काम कर रही है।
जाखड़ ने बीजेपी के पंजाब प्रभारी से पूछा कि वे पंजाब सरकार के बारे में बयानबाजी करने से पहले केंद्र सरकार का रिपोर्ट कार्ड भी देख लें। जाखड़ ने कहा कि केंद्र सरकार बनाने से पहले भाजपा ने हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन केंद्र सरकार ने ऐसा नहीं कर सकी है। इसी तरह से स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने के वादे से भी केंद्र सरकार भाग गई है। उन्होंने कहा कि देश में पिछले 3 वर्षों में 36000 किसान आत्महत्या कर चुके हैं जबकि प्रधानमंत्री किसानों को 2022 के स्वप्न दिखा रहे हैं