नई ेदिल्ली। शुक्रवार को हरियाणा के पंचकूला से ेशुरू हुई हिंसा पर हरियाणा सरकार काबू नहीं पाने और हिंसा के वृहद रूप धारण कर लेने की स्थिति में एक बार फिर हरियाणा में बीजेपी सरकार की किरकिरी हुई है। इस मामले में केन्द्र सरकार ने सीधे तौर पर हरियाणा सरकार को फटकार लगाई है।
हांलाकि इसके पहले कोर्ट ने भी फटकार लगाई थी, कि धारा 144 लागू होते हुए भी कैसे इतनी बड़ी तादात में लोग आ गये । अगर किसी भी तरह की कोई स्थिति खराब हुई तो सरकार और डीजीपी जिम्मेदार होंगे। हांलाकि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बाबा राम-रहीम को जैसे अदालत ने दोषी करार दिया। उनके समर्थक भड़क गए।
सड़क पर हिंसा का दौर शुरू हो गया। हिंसा हरियाणा से पंजाब फिर राजस्थान दिल्ली और यूपी तक जा पहुंची। लिहाजा इस उग्र प्रदर्शन को लेकर हरियाणा सरकार की तैयारियां नाकाफी गुजरी और केन्द्र सरकार ने अब मुख्यमंत्री खट्टर के भविष्य को तय करने के लिए आपात हाईकमान की मीटिंग बुलाई है। जिसके लिए वित्तमंत्री अरूण जेटली और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मंत्रणा भी की है।
क्योंकि साल 2014 से हरियाणा में हिंसा का दौर जारी है। हर बार सरकार फेल ही रही है। सूत्रों की माने तो हरियाणा की खट्टर सरकार का डेरा से पुराना संबंध था। जिसके चलते उसने ढील दे रखी थी।