जयपुर। जयपुर के नाहरगढ़ किले में लटके मिले चेतन सैनी नाम के एक शख्स की मौत पर फोरेंसिक रिपोर्ट आ गई है। जिसमें चौकाने वाला खिलासा हुआ है। रिपोर्ट में सामने आया है कि चेतन की हत्या नहीं की गई थी। बल्कि उसने आत्महत्या की थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि चेतन की लाश के पास किसी दूसरे व्यक्ति के आने का कोई सबूत नहीं मिला है। साथ ही रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि चेतन की लाश के पास जो पत्थर पर फिल्म और ऐतिहासिक पात्र लिखे मिले हैं। वो चेतन ने खुद लिखे थे। फोरेंसिक रिपोर्ट में पाया गया है कि पत्थरों पर लिखे लेख और चेतन की डायरी में लिखी राइटिंग से मैच खाती है।
बता दें कि नाहरगढ़ में पत्थर पर लिखे नारे पूरे होशो हवास में लिखे दिख रहे हैं। चेतन सैनी के शरीर पर चोट का कोई भी ऐसा निशान नहीं मिला है जिससे ये साफ हो सके कि उसके साथ किसी भी तरह की जोर जबरदस्ती की गई हो।
किसी भी चोट का निशान नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक च्तन ने आत्महत्या की है। चेतन सैनी के शरीर के एक साइड में ही खरोंच के निशान मिले थे। इस पर रिपोर्ट में कहा गया है कि चेतन सैनी को ये खरोंचें किले की दीवार पर चढ़ने के बाद से खुद को फांसी पर लटकाने के दौरान दीवार से रगड़ने के चलते हुए लगी होंगी। चेतन के शरीर का कोई अंग टूटा-फूटा भी नहीं था।