देहरादून। देश के अलग अलग राज्यों से पक्षियों के मरे मिलने की खबरों ने एक बार फिर प्रशासन के लिए चुनौती खड़ी कर दी है। कोरोना से उभरने से पहले ही एक और बर्ड फ्लू नाम के संकट ने शासन से लेकर प्रशासन की नींद उड़ा दी है। ऐसी ही एक और खबर उत्राखंड की राजधानी देहरादून से आई है। आपको बता दें देहरादून में एक ही दिन में 165 पक्षियों के शव मिले है। जिससे वन विभाग के साथ ही पशुपालन विभाग की भी चिंता बढ़ गई है।
प्रदेश में कौवों के साथ ही कबूतरों की भी मौत के मामले सामने आने लगे हैं। पशुपालन विभाग ने इनकी सैंपलिंग भी शुरू कर दी है। राहत की बात यह है मृत कौवों की जांच में जो वायरस सामने आया है, वह बर्ड फ्लू के मुख्य वायरस के मुकाबले कम घातक है। हालांकि मंत्री रेखा आर्य ने पशुपालन विभाग को सतर्क कर दिया है।
विधानसभा स्थित सभा भवन में हुई समीक्षा बैठक में बर्ड फ्लू के अभी तक के अपडेट सामने आए। पशुपालन अपर निदेशक केके जोशी ने बताया कि गढ़वाल मंडल में मरने वाले कौवों के 250 सैंपल ऋषिकेश और कुमाऊं मंडल में मरने वाले 250 कौवों के सैंपल रुद्रपुर में रखे गए हैं। जिन सैंपल की जांच भोपाल से हुई है, उसमें एच5एन8 वायरस पाया गया है जो कि हिमाचल में भी पाया गया है।
जबकि हरियाणा में H5N1 वायरस पाया गया है जो कि बेहद खतरनाक है। उन्होंने बताया कि H5N8 वायरस का इंसानी शरीर में फैलने की संभावना बेहद कम है।