श्रीहरिकोटा। ओडिशा के श्रीहरिकोटे में स्थित अब्दुल कलाम द्वीप से इसरो ने नौवहन उपग्रह आईआरएनएसएस-1 आई का सफल प्रक्षेण किया है। अंतरिक्ष में जाने वाला ये भारत के नौवहन उपग्रहों की श्रेणी का आठवां उपग्रह है। इसरो के अधिकारियों ने बताया कि आईआरएनएसएस-1 आई को लेकर पीएसएलवी-सी 41 यान ने सुबह चार बजकर चार मिनट पर सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी, जोकि एक सामान्य प्रक्षेपण रहा। बता दें कि पीएसएलवी उड़ान भरने के 19 मिनट के अंदर ही उपग्रह की कक्षा में स्थापित हो गया।
इसरो द्वारा अब तक किए गए 43 प्रक्षेपणों में से ये 41वा सफल प्रक्षेपण था। इस पीएसएलवी का निर्माण बेंगलुरु की निजी कंपनी अल्फा डिजाइन टेक्नोलॉजिज ने किया है, जोकि निजी कंपनी द्वारा बनाया गया दूसरा उपग्रह है। पहला उपग्रह आईआरएनएसएस -1 एच को कक्षा में स्थापित करने का पिछले वर्ष का प्रक्षेपण असफल रहा था। इसरो के चेयरमैन
के सिवन ने मिशन को सफल बताया और वैज्ञानिकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आईआरएनएसएस -1 आई निर्धारित कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित हुआ।
सिवन ने कहा कि मुझे विश्वास है कि नौवहन उपग्रहों की यह श्रेणी आने वाले वर्षों में वंचितों की सेवा करेगा। मैं इस कदर मेहनत करने और आईआरएनएसएस -1 आई को सफल बनाने के लिए इसरो परिवार का आभारी हूं। इस नौवहन उपग्रह के आईआरएनएसएस -1 ए का स्थान लेने की संभावना है जो उन सात नौवहन उपग्रहों में से एक है जो तकनीकी खामी के बाद निष्प्रभावी हो गया था। ये सातों नौवहन उपग्रहों के समूह का हिस्सा हैं। उपग्रह बदलने के लिए यह प्रक्षेपण इसरो का दूसरा प्रयास था।