न्यूयॉर्क। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने गाजा मे इजराइल और फिलिस्तीन के बीच जारी संघर्ष के और भी ज्यादा बढ़ने की आशंका जताई है। सुरक्षा परिषद की आपात बैठक में इस मामले में सुयंक्त राष्ट्र में सहमति नहीं बन पाई है तो दूसरी तरफ इजराइल की गोलियों से मरने वाले फलस्तीनियों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष को लेकर पारदर्शी जांच करने की मांग की है।
उन्होंने शांति प्रयासों को मजबूत करने के लिए यूएन की तत्परता पर जोर दिया है और राजनीतिक मामलों के यूएन सहायक महासचिव ताए-ब्रुक जेरीहाउन ने कहा है कि आने वाले दिनों में स्थिति और बिगड़ सकती है। उन्होंने संबंधित पक्षों से अत्याधिक संयम बरतने और नागरिकों खासकर बच्चों को निशाना नहीं बनाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इजरायल को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार और मानवीय कानून के तहत अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करनी चाहिए।
ब्रिटेन और अमेरिका ने सुरक्षा परिषद बैठक के समय को लेकर अफसोस जताया। उनका कहना था कि इजरायल का पक्ष भी सुना जाना चाहिए था। छुट्टी के चलते इजरायल के अधिकारी बैठक में शामिल नहीं हो सके। अमेरिकी राजनयिक ने गाजा में हुए मौत पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि बुरे लोग विरोध प्रदर्शन के बहाने हिंसा को उकसावा देते हैं। फ्रांस के प्रतिनिधि ने कहा कि गाजा में नए संघर्ष की आशंका है।
बैठक में भेजे गए लिखित बयान में यूएन में इजरायल के राजदूत डैनी डेनॉन ने हिंसा के लिए हमास को जिम्मेदार बताया। इस बीच अमेरिका ने इजरायल सीमा के नजदीक गाजा में लोगों की मौत पर गहरा दुख जताया। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीदर नुअर्ट ने कहा कि हम इस मामले में शामिल सभी पक्षों से तनाव कम करने के लिए कदम उठाने की अपील करते हैं।