नई दिल्ली। ऐसे समय में जब जम्मू कश्मीर को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है, इस बीच इस्लामाबाद ने नई दिल्ली के सामने द्विपक्षीय बातचीत की नई पेशकश रखी है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा- “भारत के साथ द्विपक्षीय बातचीत से हमें कोई ऐतराज नहीं है। कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने कभी भी भारत के साथ द्विपक्षीय बातचीत का विरोध नहीं किया है।
बता दें कि कुरैशी का यह बयान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की बातों के विपरीत है, जिसमें इमरान ने कहा था कि जम्मू कश्मीर पर 5 अगस्त को भारत ने जो किया है उसके बाद नई दिल्ली के साथ बातचीत की कोई संभावना नहीं है। कुरैशी ने कहा- “हमने यह कभी नहीं कहा कि बातचीत होगी। हालांकि, हम ये नहीं देख रहे हैं कि भारत बातचीत का माहौल बनने दे रहा है।”
वहीं बाहरी हस्तक्षेप के मुद्दे पर बोलते हुए कुरैशी ने कहा कि अन्य देशों के साथ संपर्क कर इस पर काम किया जा रहा है ताकि भारत पर दबाव बनाकर टेबल पर बातचीत के लिए लाया जा सके। कुरैशी ने कहा- “इस मुद्दे पर किसी भी तरह का बाहरी हस्तक्षेप सराहनीय होगा। कुरैशी ने यह सुझाव दिया कि भारत के साथ बातचीत शुरू हो सकती है जब वे जम्मू कश्मीर में नजरबंद किए गए राजनेताओं को वापस छोड़ दे। उन्होंने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर तीन पक्ष हैं- पाकिस्तान, भारत और कश्मीर के लोग।