पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान अपनी नापक हरकतों के लिए दुनियाभर में जाना जाता है। कोरोना वायरस के चलते कंगाली के सबसे बुरे दौर से गुजर रहे पाकिस्तान ने एक बड़ी घोषणा कर दी है। जिसने पाकिस्तान के अल्प संख्यकों को तो खुश कर ही दिया है। इसके साथ ही सभी को चौंका दिया है। लोग चौंके भी क्यों न क्योंकि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिन्दुओं पर अत्याचार की खबरों के बीच खबर आयी है कि, इमरान सरकार इस्लामाबाद में भगवान कृष्ण का मंदिर बनाने के लिए 10 करोड़ रूपये देने का एलान किया है।
आपको बता दें, पाकिस्तान के इस्लामाबाद शहर में पहले हिंदू मंदिर की आधारशिला रखी गई है। धार्मिक मामलों के मंत्री पीर नूरुल हक कादरी ने कहा कि सरकार इस मंदिर के निर्माण पर आने वाला 10 करोड़ रुपये का खर्च वहन करेगी।
उन्होंने कहा कि मंदिर के लिए विशेष सहायता देने की अपील प्रधानमंत्री इमरान खान से की गई है। इस्लामाबाद हिंदू पंचायत ने इस मंदिर का नाम श्रीकृष्ण मंदिर रखा है। इस मंदिर के लिए वर्ष 2017 में जमीन दी गई थी।हालांकि मंदिर के निर्माण का काम कुछ औपचारिकताओं की वजह से 3 साल लटक गया था। इस मंदिर परिसर में एक अंतिम संस्कार स्थल भी होगा। इसके अलावा अन्य हिंदू मान्यताओं के लिए अलग जगह बनाई जाएगी।
मंगलवार को पाकिस्तान के मानवाधिकारों के संसदीय सचिव लाल चंद्र माल्ही ने इस मंदिर की आधारशिला रखी थी। जिसके बाद उन्होंने बड़ा बयान जारी करते हुए कहा था कि,1947 से पहले इस्लामाबाद और उससे सटे हुए इलाकों में कई हिंदू मंदिर थे। इसमें सैदपुर गांव और रावल झील के पास स्थित मंदिर शामिल है। हालांकि उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया गया और कभी इस्तेमाल नहीं किया गया। उन्होंने इस बात पर भी दुख जताया कि इस्लामाबाद में अल्पसंख्यकों के अंतिम संस्कार के लिए जगह बहुत कम है।
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इस्लामाबाद में बन रहे इस कृष्ण मंदिर की काफी चर्चा हो रही है। तो वहीं इमरान सरकार भी खबरों में आ गई है।