नई दिल्ली। एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने कहा है कि 1999 में हुए कंधार विमान हाइजैक के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ था। उनके मुताबिक 1999 में इंडियन एयरलाइंस के जिस विमान का अपहरण किया गया था, उसके अपहरणकर्ताओं को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का पूरा समर्थन मिला हुआ था।
अजित डोभाल ने इसका जिक्र मायरा मैकडॉनल्ड की किताब डिफीट इज ऐन ऑर्फनः हाउ पाकिस्तान लॉस्ट द ग्रेट साउथ एशियन वॉर में किया है। डोभाल ने बताया कि अगर तालिबानी अपहरणकर्ताओं को आईएसआई का समर्थन नहीं होता तो भारत ने इस संकट का समाधान कर लिया होता। उन्होंने कहा, कंधार में विमान के पास बहुत से तालिबान आतंकी थे और उनके पास हथियार थे। जब आतंकियों से बातचीत करने वाली टीम मौके पर पहुंची तो उसे एक अन्य चीज के बारे में पता चला। यह चीज थी मामले में आईएसआई की दखलअंदाजी।
गौरतलब है कि 24 दिसंबर 1999 को इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट को तब अपहृत कर लिया गया था जब वह काठमांडू से दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। इस विमान में 176 यात्री और 15 क्रू मैंबर सवार थे। आतंकियों और भारत सरकार के बीच हुई बातचीत के दौरान ही आतंकियों ने इस विमान में सवार एक यात्री रुपन कात्याल की हत्या कर दी थी। अपहरणकर्ता इस विमान को अमृतसर, लाहौर, दुबई के बाद कंधार ले गए थे। काफी कोशिशों के बाद इस विमान को 31 दिसंबर 1999 को आतंकियों के कब्जे से छुड़ा लिया गया था।