यूपी। प्रायगराज में एक ही परिवार के पांच ब्राह्मणों की हत्या के बाद ब्राह्मणों में बढ़ती नाराजगी को देखते हुए परशुराम परिषद के सरंक्षक और श्रमिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष सुनील भराला ने ब्राह्मणों की हत्या पर गहरा शोक जतया और पीड़ित परिवार के घर पहुंचे जहां उन्होंने ब्राह्मणों की मौत को लेकर शोक जताया और पीड़ित परिवार को 10 बीघा जमान देने की बात कही। सुबे में ब्राह्मणों की हत्या और उत्पीड़न के बाद ब्राह्मण समुदाय नाराज है।
वहीं इससे पहले भी रायबरेली में भी पांच ब्राह्मणों की हत्या कर दी गई थी। घटना के 13 दिन बाद राष्ट्रीय ब्राह्मण एकता संघ की ओर से लखनऊ के जीपीओ पर 5 ब्राह्मणों की हत्या के विरोध में योगी सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया गया था। इसको देखते हुए सीएम आवास की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई था। 26 जून को रायबरेली के ऊंचाहार में दिल दहला देने वाली घटना हुई, जब 5 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई थी। बताया गया कि मृतक असलहों से लैस होकर अप्टा गांव पहुंचे थे, जहां उन्होंने प्रधान पुत्र राजा यादव और उनके भाइयों पर जानलेवा हमला किया। जिस पर गांव वालों ने दौड़ा लिया और आगे जाकर पोल से भिड़कर उनकी गाड़ी में आग लग गई और सभी जिंदा जल गए।
बता दें कि इस घटना में मृतक ब्राह्मण समाज से थे। ऐसे में अब राष्ट्रीय ब्राह्मण एकता संघ ने इस मुद्दे को उठाया था। जिस पर राष्ट्रीय ब्राह्मण एकता संघ के अध्यक्ष पियूष पंडित ने कहा था कि यह साजिश कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के कहने पर रची गई है। इस घटना के बाद पियूष ने योगी सरकार को 10 दिन का समय दिया था और कहा था कि अगर हमारी मांगे नहीं कि गई तो आन्दोलन होगा। इसके अलावा लखनऊ में अधिवक्ता शिशिर की हत्या से लेकर पुलिस द्वारा निर्दोष विवेक तिवारी को गोली मारे जाने जैसे मुद्दे से ब्राह्मण समुदाय नाराज है। जबकि यूपी में दस से बारह प्रतिशत तक ब्राह्मण अहम भूमिका रखते हैं।