नई दिल्ली। उरी आतंकी हमले का बदला सर्जिकल स्ट्राइक से लेने के बाद अब ऐसा लगता है भारतीय सेना एक बार फिर से सर्जिकल स्ट्राइक करने जा रही है। इस बार ये सर्जिकल स्ट्राइक नक्सलियों पर किया जा सकता है इस बात की सुगबुगाहट तब से शुरु हुई है जब से मोदी सरकार रणनीति तैयार करने में लगातार राजनाथ सिंह और अजीत डोभाल से संपर्क बनाए हुए है और बैठकों का दौर लगातार जारी है।
सुकमा अटैक के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने खुले शब्दों में कहा था कि शहीदों की शहादत को जाया नहीं होने देंगे। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसी बात को दोहरा चुके हैं ऐसे में ये अटकलें काफी तेज है। पीएम मोदी नक्सली हमले पर खुद उत्तस्तरीय बैठक कर चुके हैं और कहा जा रहा है विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों से पुख्ता जानकारी एकत्रित की जा रही है। ऐसे में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और गृह मंत्रालय रणनीति बनाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
वहीं गृह मंत्रालय के उच्च पदस्थ लोगों को कहना है कि भारत को पीओके में की गई सर्जिकल स्ट्राइक की तर्ज पर ही नक्लिसों पर हमला करना चाहिए। हालांकि गृह मंत्रालय तक पहुंची रिपोर्ट में कहा गया है कि ज्यादातर नक्सली कमांडर सुकमा और आसपास के जंगलों में मौजूद है। ऐसे में इस तरह का ऑपरेशन उनकी कमर तोड़ सकता है।
सड़क निर्माण में सुरक्षा से जुड़े सभी ऑपरेशन बंद:-
सुकमा नक्सली हमले के ठीक पांच दिन बाद सीआरपीएफ ने छत्तीसगढ़ में सड़कन निर्माण में सुरक्षा से जुड़े सभी ऑपरेशन बंद कर दिए है। कहा जा रहा है कि ये फैसला अगले 10 से 15 दिनों तक लागू रहेगा। बताया जा रहा है कि इस काम में करीबन 5 से 7 हजार सुरक्षाबल जुटे रहते हैं। ऐसे में फिलहाल उनको ड्यूटी से हटाया गया है और नक्लसियों के खिलाफ कार्यवाई पर फोकस किया जा रहा है।
खाली कराए जा रहे हैं गांव:–
वहीं ऐसी खबरें भी आ रही है कि सुकमा के आसपास के गांवो को खाली कराया जा रहा है। ऐसा एक बार तब हुआ था जब भारत ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था।
(शिप्रा सक्सेना)