ब्रिटिश रेग्युलेटर और यूरोपियन यूनियन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक की जांच शुरू कर दी है। दरअसल ये जांच क्लासीफाइड विज्ञापन बाजार में प्रतिस्पर्धा नियमों के उल्लंघन को लेकर की जा रही है। जांच में पता लगाया जाएगा कि फेसबुक ने डाटा का इस्तेमाल मार्केट में कंपटीशन बिगाड़ने में तो नहीं किया।
फेसबुक ने यूजर्स के डाटा के जरिए लाभ कमाया !
जांचकर्ता इस बात का पता भी लगाएंगे कि क्या फेसबुक ने अपने यूजर्स के डाटा के जरिए प्रतिस्पर्धा कंपनियों को नुकसान पहुंचा कर अनुचित लाभ तो नहीं कमाया। आयोग ने कहा कि वो जांच करेगा कि जिस तरीके से फेसबुक ने अपनी खुद की क्लासिफाइड एड सर्विस, मार्केटप्लेस को सोशल नेटवर्क से जोड़ा है। इसमें क्या उसे ग्राहकों तक पहुंचने में लाभ मिल रहा है, और क्या इससे यूरोपियन यूनियन कि प्रतिस्पर्धा नियमों का उल्लंघन हो रहा है।
फेसबुक ने कहा जांच में करेंगे सहयोग
वहीं फेसबुक ने कहा कि वो जांच में पूरी तरह से सहयोग करना जारी रखेगा। कंपनी ने एक बयान में कहा मार्केटप्लेस और फेसबुक डेटिंग लोगों को ज्यादा विकल्प प्रदान करते हैं। और यह दोनों प्रोडक्ट ज्यादा प्रतिस्पर्धी माहौल में काम करते हैं। इस बीच ब्रिटेन के प्रतिस्पर्धा आयोग ने भी फेसबुक के खिलाफ जांच की घोषणा की है। जांच में इस बात का पता लगाया जाएगा कि जिस तरह से फेसबुक डाटा इकट्ठा करके उसका इस्तेमाल कर रहा है, क्या उसे क्लासिफाइड ऐड में दूसरी कंपनियों से ज्यादा लाभ मिल रहा है।
अनुचित प्रतिस्पर्धात्मक लाभ देते हैं ?
साथ ही ऑनलाइन डेटिंग की सुविधा में भी वह लाभ प्राप्त कर रहा है। यूरोपीय आयोग की कार्यकारी उपाध्यक्ष और प्रतिस्पर्धा नीति मामलों के प्रभारी ने कहा कि फेसबुक अपने सोशल नेटवर्क और उससे जुड़े यूजर्स की गतिविधियों के जरिए काफी सारा डाटा प्राप्त करता है। इन आंकड़ों के जरिए कंपनी कुछ खास ग्राहक समूह तक पहुंचने में सक्षम होती है। उन्होंने कहा हम इस बात को विस्तार से देखेंगे कि क्या डाटा फेसबुक को विशेष रूप से ऑनलाइन क्लासिफाइड एड्स इन में अनुचित प्रतिस्पर्धात्मक लाभ देते हैं।