इंफाल। मणिपुर की राजनीतिक-सामाजिक कार्यकर्ता इरोम शर्मिला सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम के खिलाफ अपनी 16 साल पुरानी भूख हड़ताल मंगलवार को समाप्त करेंगी। शर्मिला सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम (एएफएसपीए) के खिलाफ अभियान चला रही हैं, जो सुरक्षा बलों को पूर्वोत्तर और जम्मू एवं कश्मीर में उग्रवादियों तथा आतंकवादियों के खिलाफ विशेष शक्तियां देता है।
मणिपुर की ‘आयरन लेडी’ के नाम से मशहूर 42 वर्षीया कार्यकर्ता ने 26 जुलाई को अनशन समाप्त करने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि अदालत में खुद से संबंधित मामले की सुनवाई के अगले दिन नौ अगस्त को वह भूख हड़ताल समाप्त करेंगी।
उन्होंने यह घोषणा पश्चिमी इंफाल में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एल. तोंसिंग की अदालत में की थी। शर्मिला ने यह भी कहा था कि वह शादी करेंगी और निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मणिपुर विधानसभा का चुनाव लड़ेंगी। शर्मिला ने सुरक्षा बलों के हाथों 10 नागरिकों के मारे जाने के बाद नवंबर 2000 में भूख हड़ताल की शुरुआत की थी।