नई दिल्ली। कोरोना की वजह से देश के बाजार पर भारी असर पड़ा है। लगातार देश की आर्थिक स्थिति बिगड़ने की ओर जा रही थी। लेकिन अब हालात पहले की अपेक्षा ठीक होते नजर आ रहे हैं। कंपनियों को अब निवेशकों के मिल रहे शानदार रेस्पॉन्स मिलते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसके साथ ही पिछले कुछ वक्त के दौरान आईपीओ बाजार में उतरी कंपनियों के पब्लिक इश्यू को निवेशकों के मिल रहे शानदार रेस्पॉन्स को देखते हुए अब सरकारी कंपनियां भी मुनाफे के सागर में गोते लगाने को तैयार हैं। प्राइमरी मार्केट में तेजी को भुनाने के लिए सरकारी एनबीएफसी इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन (IRFC) भी 4,600 करोड़ रुपये का IPO लेकर तैयार है। इस महीने यह आईपीओ बाजार में आ सकता है। यह सार्वजनिक क्षेत्र की गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों यानी NBFC का पहला आईपीओ होगा।
ये कंपनी अगले साल आईपीओ बाजार में उतरेंगी-
बता दें कि IRFC आईपीओ के जरिये 178.20 करोड़ जारी करेगी। इसमें 118.80 करोड़ नए होंगे। सरकार 59.40 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश लाएगी। IRFC ने जनवरी, 2020 में आईपीओ के लिए दस्तावेज जमा कराया था। जिसे सेबी की मंजूरी मिल चुकी है। यह आईपीओ इस महीने के आखिर में आ सकता है। आईपीओ से पहले IRFC एंकर निवेशकों से पैसा जुटाएगी। सूत्रों के मुताबिक आईपीओ से 4,600 करोड़ रुपये जुटाए जाएंगे। अगले साल यानी 2021 में जो कंपनियां आईपीओ बाजार में उतरेंगी उनमें कल्याण ज्वैलर्स, इंडिगो पेंट्स, स्टोव क्राफ्ट, सामही होटल, एपीजे सुरेंद्र पार्क होटल, न्यूरेका, मिसेज बेक्टर फूड, जोमाटो शामिल हैं। अगर सरकारी कंपनी एलआईसी का आईपीओ आया तो 2021 का यह सबसे बड़ा आईपीओ होगा। एलआईसी की वैल्यूएशन काफी ज्यादा है। ये सभी आईपीओ वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही में ही बाजार में आ सकते हैं।
कल्याण ज्वैलर्स को मिली सेबी की मंजूरी-
कल्याण ज्वैलर्स को आईपीओ के लिए सेबी की मंजूरी मिल गई है। आईपीओ का साइज 1750 करोड़ रुपये का होगा। सार्वजनिक क्षेत्र की रेल टेल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ने 29 सितंबर को आईपीओ के लिए आवेदन किया था। रेल टेल को सेबी से आईपीओ के जरिए 700 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी मिल गई है। इसके तहत सरकार 8.66 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी।