बगदाद। खुंखार आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के चंगुल से आजाद हुए इराक ने आईएस के गुरगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। इराकी सरकार ने एक ही दिन में 38 आतंकवादियों को फांसी पर लटका दिया है। इनमें अलकायदा और आईएस के आंतकी शामिल है, जिन्हें इराक के दक्षिणी प्रांत नासिरियाग से दबोचा गया था। बता दें कि पिछले तीन साल से आंतक का दंश झेल रहे इराक ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए आईएस को इराक की सीमा से बाहर खदेड़ दिया है। इससे पहले इराक ने 25 सितंबर को 42 आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया था, हालांकि उस दौरान इराक में आईएस सक्रिय था और इराकी सेना कुर्द लड़ाको के साथ मिलकर उससे युद्ध कर रही थी।
आतंकवादियों को फांसी देने को लेकर जेल प्रशासन को कानून मंत्री हैदर अल-जामेली ने आदेश दिया था कि अलकायदा और आईएस के आतंकियों को फांसी पर लटका दिया जाए। जेल सूत्रों के मुताबिक, मौत के घाट उतारे गए सभी आतंकी इराकी थे और एक स्वीडन का रहने वाला था। पिछले सप्ताह इराक के राष्ट्रपति हैदर-अल-अबदी ने अपने मुल्क में आईएस पर विजय की घोषणा की थी। इराक और यूएस मिलिट्री ने मिलकर इराकी शहरों पर तीन सालों से कब्जा किए जिहादियों से मुक्त करवाकर बड़ी उपलब्धी हासिल की है। एम्नेस्टी इंटरनेशनल कई बार फांसी के खिलाफ अपनी आवाज उठा चुका है। बताते चले कि चीन, ईरान और सऊदी अरब के बाद इराक में सबसे ज्यादा फांसी की सजा दी जाती है।