ईरान ने आज अपने मिसाइलों को संयुक्त अरब अमीरात के अबु धाबी के अल दाफर एयरबेस पर उतारे जहां सोमवार को भारत के लड़ाकू विमान राफेल को रोका गया था।
नई दिल्ली। ईरान ने आज अपने मिसाइलों को संयुक्त अरब अमीरात के अबु धाबी के अल दाफर एयरबेस पर उतारे जहां सोमवार को भारत के लड़ाकू विमान राफेल को रोका गया था। यहां पर अमेरिकी सैनिकों के साथ ही अल-उदीद एयरबेस जो कि कतर में अमेरिकी सेना के मध्य कमान का मुख्यालय है को अलर्ट रखा गया है। ये वहीं जगह है जहां 2016 में राफेल विमान की डील होने के बाद सोमवार को फ्रांस से आए भारत के 5 राफेल विमान की पहली खेप को रोका गया था। फिलहाल भारतीय विमान वहां से उड़ान भरकर रवाना हो चुके हैं और आज दोपहर तक वो हरियाणा के अंबाला एयरबेस पहुंचने वाले हैँ।
बता दें कि इससे पहले भारत आने वाले विमानों की पहली खेप सोमवार को फ्रांसीसी बंदरगाह शहर बोरदु में मेरिग्नैक एयरबेस से रवाना हुई थी। ये विमान करीब 7,000 की दूरी तय करने के बाद आज दोपहर को अंबाला एयरबेस पहुंचेंगे। पांच राफेल विमान सोमवार की शाम को करीब सात घंटों की उड़ान के बाद संयुक्त अरब अमीरात के अल दाफरा हवाईअड्डे पर पहुंचे थे। रास्ते में कहीं और इन विमानों को रोक नहीं सकते थे इसलिए इन विमानो को अबु धाबी में रोका गया था।
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ईरान के मॉक ड्रिल का मकसद अमेरिका को धमकी देना
वहीं ईरान के अर्धसैनिक रिवोल्यूशनरी गार्ड ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण होरमुज़ जलडमरूमध्य में एक नकली विमान वाहक पोत पर हेलीकॉप्टर के जरिए मिसाइल से हमला किया। यह एक मॉक ड्रिल था, जिसका उद्देश्य तेहरान और वॉशिंगटन में बढ़े तनावों के बीच अमेरिका को धमकी देना था।
साथ ही ईरान की स्टेट टेलीविज़न की रिपोर्ट के मुताबिक ईरानी कमांडो भी “ग्रेट प्रोफेट 14” नामक अभ्यास के दौरान विमान वाहन की इस प्रतिकृति पर एक हेलीकॉप्टर से तेजी से हमला करते नजर आए। अन्य फुटेज में एक हेलीकॉप्टर को प्रतिकृति पर एक मिसाइल दागते हुए दिखाया गया, जिसमें बोर्ड पर 16 फर्जी फाइटर जेट्स थे, जबकि तेज नौकाओं ने जहाज को घेर लिया, जिससे समुद्र में सफेद लहर दौड़ गई।