देहरादून। उत्तराखंड प्रदेश को 17 और 18 अप्रैल को बैंकॉक में होने वाली इन्वेस्टमेंट प्रोमोशन सेमिनार में भाग लेने का मौका मिला है, जिसका आयोजना थाईलैंड और भारत सरकार के इन्वेस्ट इंडिया के तहत किया जा रहा है। इस सेमिनार में उत्तराखंड सरकार द्वारा खाद्य प्रसंस्करण और वैलनेस और लक्जरी टूरिज्म क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं की शोकेसिंग की जाएगी। इस सेमिनार में जाने को लेकर प्रदेश के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने सचिवालय में अधिकारियों के साथ बैठक की।
बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि केंद्र सरकार की फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट पाॅलिसी के मुताबिक राज्य में अनुकूल वातावरण है। राज्य में एफडीआई को आकर्षित करने के लिए कृषि, बागवानी और पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। उत्तराखंड के दिल्ली से नजदीक होने के चलते एयर कनेक्टिविटी है, कानून व्यवस्था अच्छी है और बिजली की दरें सस्ती हैं। इसके साथ ही उद्यमियों को आकर्षित करने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया गया है। उन्होंने आदेश दिया कि शो केसिंग के लिए तैयार किए जा रहे बुकलेट, फिल्म और प्रस्तुतीकरण की प्रति बैंकॉक स्थित भारत के दूतावास में एडवांस में भेज दिया जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि उत्तराखंड में बनाए गए निवेश के लिए अनुकूल वातावरण की जानकारी दी जाए। 8 इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल एस्टेट, 23 प्राइवेट इंडस्ट्रियल एस्टेट, 30 मिनी इंडस्ट्रियल एस्टेट, 22 कोल्ड चैन, 7 एफपीओ राज्य में हैं। सिंगल विंडो सिस्टम के अंतर्गत क्लीयरेंस के बारे में बताया जाय।ईज-ऑफ-डूइंग बिजनेस के लिए किए गए रिफार्म को शामिल किया जाय। उत्तराखण्ड में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेश की संभावना की शोकेसिंग की जाए। सब्जी, मशरूम, जड़ी बूटी, सगंध पौधों, अखरोट, 175 दुर्लभ प्रजाति के औषधीय पौधों आदि का प्रस्तुतिकरण किया जाय।
2 मेगा फूड पार्क, 8 फूड प्रोसेसिंग क्लस्टर राज्य में हैं। साथ ही जमीन की उपलब्धता, लैंड लीज पाॅलिसी, क्लीयरेंस की सुगमता भी बताया जाय। वेलनेस टूरिज्म में निवेश आकर्षित करने के लिए उत्तराखण्ड के नैसर्गिक सौंदर्य, बुग्याल, आश्रम, चारधाम, योग केंद्र, साहसिक पर्यटन, होम स्टे, ट्रेकिंग, पर्वतारोहण, विविधता आदि शोकेस किया जाय।बैठक में बताया गया कि बैंकॉक में भारत के राजदूत भगवंत सिंह बिश्नोई उत्तराखण्ड के प्रतिनिधि मंडल का स्वागत करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत उत्तराखण्ड में निवेश की संभावनाओं पर अपने विचार व्यक्त करेंगे।