कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने चौथा गोल्ड जीत लिया है। पांचवें दिन महिला लॉन बॉल्स के फाइनल में इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 17-10 से हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया है।
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कॉमनवेल्थ गेम्स के 92 साल के इतिहास में पहला मौका है, जब भारतीय लॉन बॉल्स महिला टीम ने कोई मेडल जीता है। फाइनल मैच में भारतीय खिलाड़ी लवली चौबे, पिंकी, नयनमोनी सैकिया और रूपा रानी टिर्की ने शानदार प्रदर्शन किया।
आइए जानते हैं इस खेल के बारे में
गेम में बड़ी बॉल को जैक यानी की टारगेट के पास पहुंचाना होता है। जिसकी बॉल सबसे नजदीक पहुंचती है, अंक उसे मिलता है। इसे घास के मैदान पर खेला जाता है। इसमें खिलाड़ी को अलग-अलग रंगों की बॉल को 23 मीटर की दूरी से टारगेट के पास पहुंचाना होता है। जिसकी बॉल सबसे टारगेट के सबसे नजदीक जाती है उसे अंक मिलता है। खिलाड़ी मैच बारी-बारी से बॉल लुढ़काते हैं।
जैक एक छोटी बॉल होती है। जिसका डायामीटर 63-67 MM होता है, जबकि बड़ी बॉल का डायामीटर 112-134 MM का होता है। यह बॉल ऐसे डिजाइन होती है कि कभी एक सीधी लाइन में नहीं लुढ़कती है।
गेम में चार कैटेगरी होती है। सिंगल्स, पेयर, ट्रिपल्स और फोर। पुरुष-महिला दोनों का गेम अलग होता है और दोनों के लिए अलग मेडल होते हैं।
HISTORY CREATED 🥳
1st Ever 🏅 in Lawn Bowls at #CommonwealthGames
Women’s Fours team win 🇮🇳 it’s 1st CWG medal, the prestigious 🥇 in #LawnBowls by defeating South Africa, 17-10
Congratulations ladies for taking the sport to a new level🔝
Let’s #Cheer4India#India4CWG2022 pic.twitter.com/uRa9MVxfRs
— SAI Media (@Media_SAI) August 2, 2022
बॉल को जैक के पास पहुंचाने पर अंक मिलते हैं। सिंगल्स में पहले 21 पॉइंट हासिल करने वाले खिलाड़ी को विनर घोषित किया जाता है, जबकि डबल्स, ट्रिपल्स और फोर्स में 18 प्वाइंट में जीत मिल जाती है।