तालिबान में आखिरकार कुंदुज, बल्ख और सर-ए-पुल प्रांतों के स्कूलों में लड़कियों की पढाई शुरु हुई है। जानकारी के मुताबिक बल्ख के प्रांतीय शिक्षा विभाग के प्रमुख जलील सैयद खिली ने कहा कि सभी लड़कियों के स्कूल खोल दिये गये हैं। साथ ही लड़कियों और लड़कों की क्लासें अलग- अलग कर दी गयी हैं।
स्कूल के एक छात्र ने कहा शिक्षा हमारा अधिकार है
बता दें कि बल्ख की राजधानी मजार-ए-शरीफ में के स्कूल में 4,600 से भी ज्यादा छात्र और 162 शिक्षक हैं, जिसमें कुछ छात्र स्कूल आ रहे थे, लेकिन अब उनकी संख्या बढ़ती जा रही है। वहीं स्कूल के एक छात्र, ने कहा, शिक्षा हमारा अधिकार है। हम अपने देश को बेहतर बनाना चाहते हैं और कोई भी हमसे शिक्षा का अधिकार नहीं ले।
लगभग 50,000 छात्रों के साथ 600 से अधिक स्कूल खुल गये हैं
वहीं अगर बल्ख शिक्षा विभाग के आंकड़ों की बात की जाये तो लगभग 50,000 छात्रों के साथ 600 से अधिक स्कूल खुल गये हैं। आपको बता दें कि पिछले महीने, तालिबान सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने ऐलान किया था कि सिर्फ लड़कों के स्कूल फिर से खुलेंगे और सिर्फ लड़के शिक्षक ही पढ़ा सकेंगे।
अफगानिस्तान में 14,098 स्कूल
वहीं शिक्षा मंत्रालय की संख्या के आधार पर अफगानिस्तान में 14,098 स्कूल हैं, जिनमें से 4,932 स्कूल 10-12 ग्रेड के छात्र हैं, 3,781 ग्रेड 7-9 से और 5,385 ग्रेड 1-6 तक के हैं। आंकड़ों के मुताबिक, कुल स्कूलों में से कक्षा 10-12 के 28 प्रतिशत, 7-9 के 15.5 प्रतिशत और कक्षा 1-6 के 13.5 प्रतिशत लड़कियों के स्कूल हैं।
लड़कियों को मिली स्कूल जाने की इजाजत
इतना ही नहीं मिली जानकारी के मुताबिक सांस्कृतिक आयोग के सदस्य सईद खोस्ती ने कहा, ऐसी परेशानियां हैं जिनको मौलिक रूप से हल किया जाना चाहिए । और देखना चाहिये कि कि लड़कियों को अपनी पढ़ाई कैसे जारी रख सकती हैं। और जब इन परेशानियों का हल निकल जायेगा तो सभी लड़कियां स्कूल जा सकती हैं।