यूक्रेन ने रूस से लगती सीमा पर भारी तनाव के बीच भारत से पुतिन को समझाने में मदद मांगी है। यूक्रेन के विदेश मंत्री ने कहा कि भारत के शांति बहाली के प्रयास का रूस पर जरूर असर पड़ेगा।
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यूक्रेन के राष्ट्रपति शांति पर दे रहे जोर
रूस और यूक्रेन के हजारों की तादाद में सैनिक मिसाइलों और भारी हथियारों के साथ सीमा पर जमा हैं। अमेरिका और नाटो देशों की ओर से जहां रूसी हमले की आशंका जताई जा रही हैं। वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति शांति पर जोर दे रहे हैं। इस बीच यूक्रेन के विदेश मंत्री दमयत्रो कुलेबा ने रूस के शांति की बहाली में भारत से मदद की गुहार लगाई है। यूक्रेन के विदेश मंत्री ने कहा कि ‘इसका असर पड़ेगा।
भारतीय मीडिया के सवाल पर क्या बोले कुलेबा
दमयत्रो कुलेबा ने बुधवार को भारतीय मीडिया की ओर से पूछ गए एक सवाल के जवाब में कहा कि भारत रूस को यह स्पष्ट तरीके से बता सकता है कि यूक्रेन एक मित्र है और भारत का भागीदार है।
भारत के संदेश का रूस पर होगा असर
भारत रूस की ओर से वर्तमान संकट को सुलझाने के लिए सैन्य तरीके से या अंदर से ही अस्थिर करने के किसी भी प्रयास को अस्वीकार्य मानता है। उन्होंने कहा यदि रूस यह भारत सरकार की ओर से सुनता है तो यह समर्थन का बहुत सख्त संदेश होगा और इसका एक असर होगा।
भारतीय छात्रों को दिया सुरक्षा का भरोसा
यूक्रेनी विदेश मंत्री का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब भारत ने कूटनीतिक तरीके से ताजा हालात के शांतिपूर्ण समाधान का आह्वान किया है। भारत ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यूक्रेन मुद्दे पर हुई वोटिंग से दूरी बनाए रखी।
मसले पर क्या है भारत का रूख
माना जा रहा है कि भारत इस मुद्दे पर किसी भी पक्ष का समर्थन नहीं करना चाहता था। अगर भारत रूस के पक्ष में वोट देता तो इससे अमेरिका समेत कई पश्चिमी देश नाराज हो सकते थे। वहीं, अगर भारत यूक्रेन के समर्थन करता तो इससे रूस के साथ रिश्तों पर गंभीर असर पड़ सकता था।
भारत ने चुना बीच का रास्ता
ऐसे में भारत ने बीच का रास्ता चुनते हुए मतदान से दूरी बनाए रखी। यूक्रेन में भारतीय छात्रों के बारे में पूछ जाने पर यूक्रेन के विदेश मंत्री ने कहा कि हम भारतीय छात्रों के यूक्रेन के जीवन में योगदान की प्रशंसा करते हैं। मैं भारतीय छात्रों से कहना चाहता हूं कि दुनिया में यूक्रेन की तुलना में और ज्यादा जटिल और खतरनाक जगहें हैं। वे सुरक्षित महसूस कर सकते हैं, अपनी पढ़ाई को जारी रख सकते हैं और अपने जीवन का पूरा आनंद ले सकते हैं।
यूक्रेन और रूस के बीच इस समय युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं। रूस ने अपनी सीमा पर 1 लाख सैनिकों को भारी हथियारों के साथ तैनात किया हुआ है। वहीं यूक्रेन भी अमेरिका और बाकी नाटो देशों के हथियारों को रूसी सीमा पर भेज रहा है।