अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से ही पाकिस्तान पर आरोप लगते आ रहे हैं। इसी बीच अब अफगानिस्तान के नागरिक पाकिस्तान के खिलाफ विरोध के लिए इकट्ठे हुए हैं। जिनकी आवाज दबाने के लिए तालिबान के लड़ाके उनपर गोलियां बरसा रहे हैं।
अफगानिस्तान में पाकिस्तान का विरोध
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से विरोध की भी आवाजें उठ रही है। पाकिस्तान पर आरोप लगते आ रहे हैं। मंगलवार को काबुल में पाकिस्तान के दूतावास के बाहर सैकड़ों की संख्या में लोग विरोध के लिए इकट्ठे हुए। इनमें महिलाएं भी शामिल थीं। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने ‘पाकिस्तान, पाकिस्तान, अफगानिस्तान छोड़ो’, ‘आजादी-आजादी’ के नारे लगाए।
तालिबानी लड़ाकों ने की ताबड़तोड़ फायरिंग
पाकिस्तान के खिलाफ अफगानिस्तान के लोगों में शुरू से ही रोष देखने को मिल रहा है। पंजशीर में भी तालिबान के कब्जे के बाद पाकिस्तान पर तालिबान का साथ देने की खबरें सामने आई थीं। ऐसे में अब लोगों का गुस्सा फूटने लगा है। लेकिन तालिबान भी लोगों की बुलंद होती आवाज को दबाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। विरोध प्रदर्शन को दबाने के लिए तालिबान ने ताबड़तोड़ फायरिंग की और भीड़ को तितर-बितर कर दिया। तुलु न्यूज की तरफ से जारी वीडियो में भीड़ को भागते हुए देखा जा सकता है और गोलियों की आवाज सुनी जा सकती है।
15 अगस्त को किया था अफगानिस्तान पर कब्जा
आपको बता दें कि तालिबान ने 15 अगस्त को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा जमा लिया था। जिसके बाद सोमवार को तालिबान ने पंजशीर पर कब्जा करने के बाद पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा करने का दावा किया। वहीं तालिबान ने ऐसे समय में पंजशीर पर कब्जे का दावा किया है जब हाल ही में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद काबुल पहुंचे थे। अब तालिबान सरकार बनाने की कवायद में है। जल्दी ही तालिबान की सरकार घोषित हो सकती है।