यूक्रेनी सेना के जनरल स्टाफ दावा किया है कि रूसी सैनिकों को आदेश दिया गया है कि किसी भी हाल में 9 मई तक युद्ध खत्म हो जाना चाहिए।
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9 मई की तारीख इसलिए चुनी गई है, क्योंकि इस तारीख पर रूस हर साल ‘विक्ट्री परेड’ का आयोजन करता है।
रूसी सेना के एक और अधिकारी की मौत
यूक्रेनी सैनिकों का दावा है कि 24 मार्च को उन्होनें 12 रूसी टैंक, लगभग 20 सैन्य उपकरण, नौ आर्टिलरी सिस्टम को नष्ट कर दिया। जबकि 200 से अधिक रूसी सैनिक मारे गए। रूस-यूक्रेन युद्ध के 31वें दिन रूसी सेना के एक और अधिकारी की मौत हो गई है। यह पांचवां सैन्य अधिकारी है, जिसने जंग में जान गंवाई है। इस बात की पुष्टि खुद रूस ने की है।
रूसी अधिकारी को यूक्रेन के स्नाइपर मार गिराया
रूसी अधिकारियों के अनुसार, ब्लैक सी फ्लीट के 810वें सेपरेट गार्ड्स मरीन ब्रिगेड के कर्नल अलेक्सी शारोव को यूक्रेन के एक स्नाइपर ने मार गिराया है। पिछले दिनों नाटो ने अपनी रिपोर्ट के हवाले से कहा था कि रूस यूक्रेन के साथ युद्ध में अपने 7000 से 15 हजार तक जवानों को खो चुका है।
9 मई तक का टारगेट क्यों?
यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने कहा कि रूसी सैनिकों के बीच एक ‘जारी प्रचार अभियान’ चल रहा है। जिसमें ये कहा जा रहा कि चल रहे युद्ध को 9 मई तक समाप्त कर देना चाहिए। 1945 में नाजी जर्मनी के आत्मसमर्पण के उपलक्ष्य में रूस 9 मई को विजय दिवस के रूप में चिह्नित करता है। यह हर साल एक सैन्य परेड के साथ मनाया जाता है, जो हाल के वर्षों में और अधिक भव्य हो गया है। युद्ध के नियमों का उल्लंघन करते हुए, रूसी सैनिक कब्जे वाले शांतिपूर्ण शहरों और गांवों के बुनियादी ढांचे को नष्ट कर रहे हैं।
गुरुवार को मारे गए 200 से अधिक रूसी सैनिक
यह बताया गया है कि सीमा के पास, यूक्रेन के साथ सीमा के रूसी हिस्से में स्थित अधिकांश चिकित्सा प्रतिष्ठानों पर रूसी सेना के घायल सैनिकों का कब्जा है। जनरल स्टाफ ने कहा, ‘रूसी सैनिक भी अपने हवाई सैनिकों की लड़ाकू क्षमताओं को बहाल करने का प्रयास कर रहे हैं।
यूक्रेन में रूसी सैनिकों ने की बगावत
यूक्रेन में युद्ध लड़ रही पुतिन की सेना कई तरह की मनोबल चुनौतियों से जूझ रही है। एक पश्चिमी अधिकारी ने शुक्रवार को दावा किया कि एक रूसी कर्नल को उसके ही सैनिकों ने टैंक से कुचलकर मार दिया है। उन्होंने कहा कि विद्रोही सैनिकों ने अपने कमांडर 37वीं मोटर राइफल ब्रिगेड के यूरी मेदवेदेव पर जान-बूझकर टैंक चढ़ा दिया।
रूसी कर्नल को घायल हालत में बेलारूस के एक अस्पताल ले जाए जाते हुए देखे गए थे ।लेकिन अब दावा किया जा रहा है कि गंभीर चोटों के चलते उनकी मौत हो गई है।