जर्मनी के नेवी चीफ के-एचिम शॉनबाख ने यूक्रेन मामले में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तारीफ कर नया बखेड़ा खड़ा कर दिया। जर्मन नेवी चीफ ने पुतिन की तारीफ करते हुए कहा कि ‘यूक्रेन पर दुनिया बेशक विचार करे।
यह भी पढ़े
लेकिन ये सच्चाई है कि यूक्रेन अब क्रीमिया को वापस नहीं ले सकता। इसके लिए पुतिन सम्मान के हकदार हैं।
यूक्रेन ने जर्मनी से मांगा स्पष्टीकरण
यूक्रेन ने इस मामले को लेकर जर्मनी से स्पष्टीकरण मांगा है। इस बीच, अमेरिका के अनुरोध के बाद भी जर्मनी ने रविवार देर रात यूक्रेन को हथियार सप्लाई करने से इनकार कर दिया। तीन दिन पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने रूस के खिलाफ नाटो संगठन की एकता पर सवाल उठाए थे, जो अब काफी हद तक सही साबित हो गए हैं।
नेवी चीफ ने पुतिन को सम्मानीय बताया
शॉनबाख ने शुक्रवार को नई दिल्ली में IDSA में बोलते हुए पुतिन को सम्माननीय व्यक्ति करार दिया। जर्मनी 30 देशों के नाटो ग्रुप का महत्वपूर्ण सदस्य है। इस वजह से इस बयान पर और ज्यादा विवाद हो रहा है। शॉनबाख ने विवाद बढ़ता देख शनिवार रात जर्मनी लौटने पर रक्षा मंत्री को इस्तीफा सौंप दिया।
यू.एस. एंबेसी ने ट्रैवल एडवाइजरी जारी की
यूक्रेन में स्थित यूएस एंबेसी ने अमेरिकी नागरिकों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी में कहा गया है कि रूसी सैन्य कार्रवाई और COVID-19 के बढ़ते खतरों की वजह से यूक्रेन की यात्रा न करें।
रेडियोएक्टिव चेर्नोबिल में भी तनाव
यूक्रेन की राजधानी कीव से 93 किमी दूर स्थित चेर्नोबिल में भी लगभग 7500 यूक्रेनी सैनिक तैनात हैं। चेर्नोबिल में 1986 में न्यूक्लियर रिएक्टर से रिसाव की चर्चित घटना हुई थी। हिरोशिमा से लगभग 400 गुना ज्यादा रेडिएशन के कारण ये दुनिया की सबसे ज्यादा रेडियोएक्टिविटी वाली जगह है। मोर्चे पर यूक्रेन के ले. कर्नल यूरी सैक्राइचुक का कहना है कि चेर्नोबिल हमारे देश का अभिन्न अंग है। हम इसकी रक्षा करेंगे।
अब समुद्री सीमा पर भी बड़े पैमाने तनाव शुरू
रूस और यूक्रेन के बीच जमीन के साथ साथ समुद्री सीमा पर भी बड़े पैमाने तनाव शुरू हो गया है। रूस ने अपनी नौसेना के 6 जहाजों को भूमध्यसागर में भेजा है। रूसी रक्षा मंत्रालय इसे नौसेना का अभ्यास बता रहा है, लेकिन जानकारों का कहना है कि ये यूक्रेन को घेरने के लिए है।
ब्रिटेन की खुफिया रिपोर्ट में दावा
ब्रिटेन की खुफिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रूस यूक्रेन में अपनी कठपुतली सरकार बैठाना चाहता है। रूस यहां ऐसा नेता चाहता है जो उसका समर्थन करता हो। इसके लिए उसने यूक्रेन के उप प्रधानमत्री रहे अरबूजोव, आंद्रे क्लूयेव और पूर्व सांसद मुरायेव से मुलाकात की है। ये सब रूस समर्थक यूक्रेनी नेता हैं। रूस ने ब्रिटेन के इन आरोपों को झूठा करार दिया है।
पुतिन जिनपिंग के ड्रीम इवेंट पर पानी फेर सकते हैं
यूक्रेन पर हमला कर रूसी राष्ट्रपति अपने ही दोस्त चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के ड्रीम इवेंट यानी बीजिंग विंटर ओलिंपिक पर पानी फेर सकते हैं। वैसे पुतिन ने 4 फरवरी को बीजिंग में होने वाले समारोह में भाग लेने की सहमति दी है। लेकिन अगर यूक्रेन पर हमला हुआ तो अमेरिका समेत यूरोप के दूसरे देश सुरक्षा के मुद्दे पर इस ओलिंपिक से किनारा कर सकते हैं।
चीन ने विंटर ओलिंपिक पर लगभग 29 हजार करोड़ रुपए का भारी भरकम खर्च किया है। कार्नेगी मॉस्को सेंटर के आंद्रेई कोलिशिनोव का कहना है कि जिनपिंग और पुतिन के बीच काफी अच्छा तालमेल है। लेकिन अगर रूस हमला करता है तो इसका सबसे ज्यादा असर चीन के विंटर ओलिंपिक पर होगा।