बांग्लादेश में हिंदूओं की धार्मिक आस्था को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। पिछले साल हुए दुर्गा पूजा के दौरान एक मंदिर पर हमले के बाद एक बार फिर हिंदू मंदिर कट्टरपंथियों के निशाने पर आया है। ढाका के इस्कॉन राधाकांता मंदिर पर 200 लोगों की भीड़ ने हमला कर तोड़फोड़ और लूटपाट की घटना को अंजाम दिया।
बांग्लादेश में कट्टरपंथियों के निशाने पर हिंदू
बांग्लादेश में हिंदूओं की धार्मिक आस्था को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। पिछले साल हुए दुर्गा पूजा के दौरान एक मंदिर पर हमले के बाद एक बार फिर हिंदू मंदिर कट्टरपंथियों के निशाने पर आया है। ढाका के इस्कॉन राधाकांता मंदिर पर 200 लोगों की भीड़ ने हमला कर तोड़फोड़ और लूटपाट की घटना को अंजाम दिया। इस हमले में तीन लोगों घायल हो गए।
200 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने किया हमला
बताया जा रहा है कि ढाका के वारी में 222 लाल मोहन साहा स्ट्रीट में स्थित इस्कॉन राधाकांता मंदिर में शाम 7 बजे ये हमला हुआ। ये हमला हाजी सैफुल्लाह की अगुआई में 200 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने किया। मंदिर में तोड़फोड़ और लूट की गई। हमले में सुमंत्रा चंद्र श्रवण, निहार हल्दार, राजीव भद्र और अन्य कई लोग भी जख्मी हुए हैं।
शिवसेना की राज्यसभा सांसद ने की निंदा
वहीं भारत में इस घटना की जमकर निंदा की जा रही है। शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक और पूजा स्थलों के प्रति यह बढ़ती असहिष्णुता को शर्मनाक बताया है। उन्होंने भारतीय विदेश मंत्रालय से इस मुद्दे को बांग्लादेश के साथ मजबूती के साथ उठाने की अपील की है। बांग्लादेश के ढाका में इस्कॉन राधाकांत मंदिर पर हमले पर इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने कहा कि ये हमले गंभीर चिंता का विषय हैं। हम बांग्लादेश सरकार से सख्त कार्रवाई करने और देश में हिंदू अल्पसंख्यकों को सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध करते हैं।