ड्रेगन अभी भी अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आ रहा है। हर बार दोस्ती का बहाना बना वह पीठ पर वार करता है। अब की बार भी चाइना ने कुछ ऐसा ही किया है।
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भारत सीमा के नजदीक बसा रहा गांव
जनकारी के मुताबिक भारत सीमा के नजदीक गांव बसाकर उसमें रहने के लिए लोगों को लालच दे रहा है। एक परिवार को इन गांवों में रहने के लिए साल का 30 हजार युआन तक दे रहा है। इस बात का जिक्र अमेरिकी रिपोर्ट में भी है कि चीन ने भारत से लगी सीमा पर कई मॉडल गांव बसाएं हैं।
लोगों को पैसों का लालच दे रहा चीन
चीन का इरादा इन लोगों को विवादित क्षेत्रों के नजदीक बसाकर अपने दावे को मजबूत करना है। इसलिए वह भारत सीमा के नजदीक गांव बसाकर उसमें रहने के लिए लोगों को लालच देने का हथकंडा अपना रहा है। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीनी लोगों को एक साल के लिए 30 हजार युआन तक दिए जा रहे हैं।
आधुनिक गांवों का किया जा रहा निर्माण
लद्दाख में जारी तनाव के बीच चीन अब लोगों को पैसे देकर भारतीय सीमा से लगे इलाकों में बसा रहा है। इतना ही नहीं, चीन ने एलएसी के आसपास कई आधुनिक गांवों का भी निर्माण भी किया है। भारत-चीन के बीच जारी तनातनी को देखते हुए आम नागरिक इन गांवों में रहने से हिचकिचा रहे हैं, लेकिन चीन इन लोगों को तरह-तरह के लालच देकर फांसने की कोशिश कर रहा है। कुछ दिनों पहले अमेरिकी रिपोर्ट में भी दावा किया गया था कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश में भारत सेलगी सीमा के नजदीक गांव का निर्माण किया है।
1 साल में दिए जा रहे साढ़े तीन लाख रूपय
भारतीय थिंक-टैंक विवेकानंद इंटरनेशनलफाउंडेशन ने तिब्बत डेली की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि चीन सरकार इन गांवों में रहने के लिए लोगों को प्रति वर्ष 30,000 युआनभी दे रही है। भारतीय मुद्रा में यह राशि करीब साढ़े तीन लाख के आसपास है। इस रिपोर्ट में कई लोगों ने चीन से मिल रहे पैसों को बात को स्वीकार किया है। इसमें बताया गया है कि चीन ने लोगों को बहकाने के लिए बड़ी संख्या में दलालों को भीतैनात किया हुआ है।
बीजेपी सांसद ने की चीन के गांव की पुष्टि
इस रिपोर्ट में भारतीय जनता पार्टी के सांसद तापिर गाओ ने कहा कि चीन ने हमारे क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है। उन्होंने बताया कि 100 से अधिक घरों के निर्माण के पीछे बीजिंग है, जो अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिले मेंत्सारी चू नदी के तट पर दिखाई दिए हैं। भारत के लद्दाख सीमा क्षेत्र के एक पार्षदकों चोक स्टैनजिन ने कहा कि चीन स्थानीय लोगों को बेहतर रहने की सुविधा प्रदान करके उन्हें लुभाता है ताकि वे विवादित सीमा क्षेत्रों में रहने और स्थायी बस्तियों कानिर्माण कर सकें।
अमेरिकी रिपोर्ट में भी हुआ खुलासा
अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने अपनीहालिया रिपोर्ट में कहा है कि चीन ने अपने तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र और एलएसी केपूर्वी क्षेत्र में भारत के अरूणाचल प्रदेश के बीच विवादित क्षेत्र में 100 घरों वाला आम नागरिकों का एक गांव निर्मित किया है। चीन की संलिप्तता वाले सैन्य एवं सुरक्षा घटनाक्रमों पर अपनी रिपोर्ट में अमेरिकी रक्षा विभाग ने कहा है कि चीन एलएसी पर अपने दावे को लेकर दबाव बनाने केलिए उत्तरोत्तर वृद्धि के साथ और तरकीबी कार्रवाई जारी रखे हुए है।