भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल रावत की मौत पर दुनियाभर के देशों के मीडिया ने फुल कवरेज दी है। कई देशों के नेताओं और सेना प्रमुख के निधन दुख जाहिर किया है।
पाकिस्तान और चीन जैसे देशों ने भी जनरल की कार्यशैली की तारीफ की है। चलिए आइए प्वाइंट वाईज नजर डालते है किस-किस मीडिया क्या लिखा।
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पाकिस्तानी अख़बार डॉन
कश्मीर और चीन सीमा पर तैनाती का जिक्र
पाकिस्तान के अखबार डॉन ने जनरल की तारीफ करते लिखा- रावत को भारत की पूर्वोत्तर सीमाओं पर विद्रोह को नियंत्रित करने का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने पड़ोसी देश म्यांमार में अलगाववादियों के खिलाफ मिलिट्री ऑपरेशन का नेतृत्व भी किया।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट
जनरल की मौत को इंडियन आर्मी के लिए झटका
हांगकांग के प्रमुख अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने लिखा है कि, “भारत अपने टॉप जनरल बिपिन रावत की मौत का गम मना रहा है। उनके जाने का इडियन आर्मी पर क्या असर होगा? देश के टॉप जनरल को खुद प्रधानमंत्री ने चुना था और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बनाया था। हेलिकॉप्टर हादसे मे उनकी मौत ऐसे मुश्किल समय हुई है। जब भारत चीन के बीच सीमा पर तनाव बढ़ा हुआ है। रावत की मौत को भारतीय सेना के लिए झटका बताते हुए अखबार ने कहा, “इस हादसे से मोदी सरकार को भी गहरा झटका लगा है।
सरकार और रावत के बीच भरोसे का रिश्ता था। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और जनरल रावत के नजदीकी रिश्तों का जिक्र करते हुए अखबार ने कहा, “पाकिस्तान के भीतर एयरफोर्स और स्पेशल फोर्सेज की स्ट्राइक में दोनों ने अच्छा कोआर्डिनेशन किया था।
BBC ने लिखा
प्रेरित करने वाले सैन्य कमांडर थे जनरल रावत
ब्रिटेन के मीडिया संस्थान BBC ने जनरल रावत को प्रेरित करने वाला सैन्य कमांडर बताते हुए लिखा है कि 63 साल के जनरल रावत की छवि एक सख्त सैनिक और प्रेरक सैन्य कमांडर की थी। BBC लिखता है कि कई बार उन्होंने ऐसी टिप्पणियां भी कि जिन पर राजनीतिक विवाद भी हुए। BBC ने अपनी रिपोर्ट में अमेरिका के कंसास में मौजूद आर्मी कमांड एंड जनरल स्टाफ कॉलेज में हुई उनकी ट्रेनिंग का भी जिक्र किया है। BBC की रिपोर्ट कहती है, “1980 के दशक में रावत ने आर्मी में कर्नल की हैसियत से अरुणाचल प्रदेश में चीन की सीमा पर टकराव की स्थिति में अपनी बटालियन का नेतृत्व किया।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा
जनरल ने आर्मी में महत्वपूर्ण बदलाव किए
न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हेलिकॉप्टर हादसे में मारे गए जनरल रावत ने बदलाव के लिए संघर्ष कर रहे इंडियन आर्मी का कायापलट किया था। अखबार लिखता है, ” इंडियन आर्मी की अलग-अलग ब्रान्च के बीच कोआर्डिनेशन के जिम्मेदार भारत के CDS जनरल रावत की मौत ऐसे मुश्किल समय में हुई है। जब भारत की सेना दो सीमाओं पर खतरों का सामना कर रही है और देश की सुस्त होती अर्थव्यवस्था का असर भी झेल रही है।
अल जजीरा ने कहा
पाकिस्तानी सेना प्रमुख की श्रद्धांजलि का जिक्र
अंतरराष्ट्रीय ब्रॉडकास्टर अल जजीरा ने अपनी रिपोर्ट में रावत की मौत पर पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा की तरफ से आई श्रद्धांजलि का जिक्र किया है। अल जजीरा ने लिखा है कि जनरल रावत को भारत के PM नरेंद्र मोदी का भरोसा प्राप्त था और वो उनके बेहद करीबी थे।