बरेली। बरेली सेंट्रल जेल की दीवार कूदकर भागने वाले कैदी नरपाल उर्फ सोनू ने बिजनौर की अस्थाई जेल में आत्महत्या कर ली। बरेली से भागे नरपाल को मंगलवार को किरतपुर पुलिस ने पकड़ लिया था। उसके पास से एक तमंचा भी बरामद हुआ था।
नरपाल को उम्रकैद की सजा हुई थी। बरेली जेल में वह यह सजा काट रहा था। 31 जनवरी की सुबह तीन बजे वह बरेली की सेंट्रल जेल से फरार हो गया था। उसकी गिरफ्तारी के लिए एडीजी ने 50 हजार रुपये का पुरस्कार घोषित किया था। बरेली पुलिस फरार कैदी की तलाश में लगी थी। मंगलवार को बिजनौर की किरतपुर थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए जाने के बाद उसे बिजनौर की अस्थाई जेल में रखा गया था जहां उसने खुदकुशी कर ली। पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है।
फरवरी 2009 में नरपाल उर्फ सोनू को गांव की ही एक बालिका से दुष्कर्म के बाद हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। फास्ट ट्रैक कोर्ट ने सोनू को आजीवन कारावास और 15000 के अर्थदंड की सजा सुनाई थी। आजीवन कारावास की सजा होने पर साल 2012 में सोनू को बरेली की सेंटर जेल में शिफ्ट कर दिया गया था।
11 सालों से जेल में ही बंद चल रहे सोनू को बरेली की सेंट्रल जेल में लंबरदार बना दिया गया था। उसके व्यवहार को देखते हुए ही लंबरदार बनाया गया। जिस रात वह फरार हुआ उस वक्त वह जेल ऑफिस के बाहर ड्यूटी कर रहा था। जिस कारण उसे इधर से उधर जाने में कोई दिक्कत नहीं हुई। दीवार फांदने से पहले उसने उसने सेंट्रल जेल की ड्रेस को बदलकर सामान्य कपड़े पहन लिए थे।