पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो चुकी है। जिसके अंतर्गत लगातार मरीजों की तादाद बढ़ती जा रही है। दूसरी तरफ पिछले साल कोरोना संक्रमितों के मिलने से चर्चाओं में रहे फलसूंड में फिर से संक्रमित मिल रहे हैं।
ऐसे में बिगड़ते हालातों के बीच लोगों की लापरवाही भारी पड़ती दिख रही है। बावजूद इसके प्रशासन पुलिस की ओर से सख्ती नहीं बरती जा रही है, न ही लोग लापरवाही छोड़ रहे है। जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है।
प्रशासन नहीं दिखा रहा सख्ती
गौरतलब है कि पिछले साल मार्च महीने में सरकार की ओर से लॉकडाउन लगा दिया गया था। और 6 मई को फलसूंड में पहला कोरोना संक्रमित मिला था। इसके बाद जैसलमेर जिले में कोरोना का आंकड़ा 100 के पार पहुंच गया था।
उस समय प्रशासन और पुलिस की ओर से सख्ती बरतते हुए किसी भी व्यक्ति को बिना आवश्यक कार्य घर से बाहर नहीं जाने दिया जा रहा था। लेकिन इस साल बढ़ते कोरोना के ग्राफ के बावजूद प्रशासन सख्ती नहीं दिखा रहा है। ऐसे में लोगों की लापरवाही बढ़ती जा रही है।
न मास्क, न सोशल डिस्टेंसिंग की पालन
फलसूंण्ड के मुख्य मार्गों, चौराहों व बाजारों में लोगों की दिनभर भीड़ नजर आ रही है। जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है, न मास्क, न सोशल डिस्टेंसिंग की पालन। फलसूंड सर्किल से निकलने वाले चार रास्तों पर 300 से अधिक दुकानें स्थित है।
तेजी से मिल रहे हैं संक्रमित
देश में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो चुकी है। हर रोज कोरोना संक्रमितों और उससे होने वाली मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है। भणियाणा तहसील क्षेत्र में गत तीन-चार दिनों से कोरोना संक्रमित मिलने का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। जहां अबतक एक दर्जन से अधिक कोरोना संक्रमित मिल चुके है। ऐसे में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। बावजूद इसके लोग लगातार लापरवाही बरत रहे हैं।