नई दिल्ली। एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह से उद्योगपति राहुल बजाज ने कुछ तीखे सवाल किये। उन्होंने मॉब लिंचिंग और सांसद साध्वी प्रज्ञा के नाथूराम गोडसे को लेकर दिए बयान में उचित कार्रवाई ना किये जाने का ज़िक्र तो किया ही साथ ही ये भी कहा कि लोग ‘आपसे’ डरते हैं। राहुल बजाज ने कहा, “‘हमारे उद्योगपति दोस्तों में से कोई नहीं बोलेगा, मैं खुलेतौर पर इस बात को कहता हूं एक माहौल तैयार करना होगा जब यूपीए 2 सरकार सत्ता में थी, तो हम किसी की भी आलोचना कर सकते थे। आप अच्छा काम कर रहे हैं, उसके बाद भी, हम आपकी खुले तौर पर आलोचना करें इतना विश्वास नहीं है कि आप इसे पसंद करेंगे।” इसके साथ ही बजाज ने आर्थिक स्थिति को लेकर भी अपनी और अपने साथी उद्योगपतियों की चिंता का ज़िक्र किया।
बता दें कि इसके बाद राहुल बजाज की टिप्पणी का उत्तर देते हुए अमित शाह ने कहा कि किसी को भी किसी से डरने की आवश्यकता नहीं है और जैसा कि आप कह रहे हैं कि डर का एक ऐसा माहौल बना है तो हमें इस माहौल को बेहतर करने का प्रयास करना चाहिए। मैं इतना स्पष्ट तौर पर कहना चाहूंगा कि किसा को डरने की ज़रूरत नहीं और ना ही कोई डराना चाहता है। इस मौके पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और रेल व वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी मंच पर मौजूद थे। साथ ही मुकेश अंबानी, कुमार मंगलम बिड़ला, सुनील भारती मित्तल जैसे बड़े उद्योगपति भी कार्यक्रम में शामिल थे।
राहुल बजाज के इस बयान से पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नेशनल इकोनॉमी कॉनक्लेव के दौरान समाज में ‘डर के प्रत्यक्ष माहौल’ पर बात की थी। उन्होंने कहा था, ”कई उद्योगपति मुझे बताते हैं कि वो सरकारी प्राधिकरणों के उत्पीड़न के माहौल में रह रहे हैं। उद्योगपति नई परियोजनाएं शुरू करने से पहले घबराते हैं। इस माहौल में उनके अंदर असफ़लता का डर रहता है।
कांग्रेस-बीजेपी में बयानबाजी
राहुल बजाज के बयान के बाद कांग्रेस-बीजेपी के बीच बयानबाजी भी शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता अभिषेक मनुसिंघवी ने ट्विटर पर लिखा, ”राहुल बजाज ने ईटी अवॉर्ड्स में कहा। ‘आप एक अनिश्चितता का माहौल बना रहे हैं’ जो डर गया, वो मर गया. कई सालों के बाद कॉरपोरेट दुनिया से किसी ने, जो विपक्ष को बहुत सलाह देते हैं, सत्ता से कुछ सच बोलने की हिम्मत दिखाई।” वहीं, बीजेपी आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने राहुल बजाज का एक वीडियो ट्वीट करते हुए कहा है, ”अगर किसी के राहुल गांधी के लिए इतने चापलूसी भरे विचार हैं तो यह स्वाभाविक है कि वो मौजूदा शासन के लिए बुरी ही कल्पना करेगा। सच कहा जाए- लाइसेंस राज में फलने-फूलने वाले उद्योगपति हमेशा कांग्रेस के आभारी रहेंगे।