नई दिल्ली: इंडोनेशिया में शनिवार रात को आई सुनामी की तबाही से मरने वालों की संख्या 160 से अधिक पहुंच गई है. जबकि 745 लोग घायल बताए जाते हैं, कई लोग अब भी लापता हैं. ज्वालामुखी से जुड़ी गतिविधि की वजह से जावा और सुमात्रा के गांवों और लोकप्रिय टूरिस्ट स्थलों पर भारी बर्बादी हुई है.
मृतकों की संख्या 168 के पार
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने ट्वीट करके सुनामी के पीड़ितों के लिए दुख जताया है. उन्होंने कहा है कि संबंधित सरकारी अधिकारियों को तुरंत आपात स्थिति से निपटने के आदेश दिए गए हैं. गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, मृतकों की संख्या 168 पहुंच गई है, जबकि 745 घायल हैं. मृतकों की संख्या बढ़ सकती है.
सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र
वहीं इस सुनामी से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र पंडेग्लैंग है. वहीं, सिर्फ सुमात्रा के लैंपुंग क्षेत्र में मृतकों की संख्या 113 पहुंच चुकी है. साइंटिस्ट्स का मानना है कि वोल्कैनिक आईलैंड अनक कराकातू में विस्फोट होने की वजह से सुनामी आई है. इंडोनेशिया के नेशनल डिजास्टर मिटिगेसन एजेंसी के प्रमुख सुतपाओ ने कहा- ‘सुनामी आने से पहले समुद्र की तटहटी में भौगोलिक हलचल हुई. इसकी वजह से कुछ ही देर पहले Anak Krakatau ज्वालामुखी में विस्फोट हुआ था.’
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सुतपाओ ने कहा- ‘समुद्र की तलहटी में लैंडस्लाइड हुई इसके बाद Anak Krakatau द्विप का ज्वालामुखी सक्रिय हो गया, फिर समुद्र में ऊंची लहरें उठीं.’ बता दें कि Anak Krakatau द्वीप 1883 में क्रैकटो ज्वालामुखी के फटने के बाद वजूद में आया था.