नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने कांग्रेस पर कश्मीर मुद्दे पर ‘ओछी राजनीति’ करने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को कहा कि आतंकवादियों की जिंदगियां नहीं, ‘देश की एकता और अखंडता सर्वोपरि’ है। नायडू ने यहां मीडिया से कश्मीर में हाल ही में हुई हिंसा के साथ ही कई मुद्दों पर बात करते हुए कहा, “हमारी पार्टी (भाजपा) देश की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। देश की एकता और अखंडता सर्वोपरि है, आतंकवादियों की जिंदगियां नहीं।”
नायडू ने कांग्रेस पर कश्मीर मुद्दे पर ‘ओछी राजनीति’ करने व ‘देश की सुरक्षा के साथ समझौता करने का आरोप लगाया।’
उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के साथ सहानुभूति किसी कीमत पर स्वीकार नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा, “कुछ लोग अल्पकालिक राजनीतिक फायदों के लिए देश की एकता और अखंडता से जुड़े मुद्दों का राजनीतिकरण कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, “यह और कुछ नहीं है, बल्कि ओछी राजनीति है। उन्हें देश की जनता की भावनाएं समझनी चाहिए।”
नायडू एक टीवी साक्षात्कार में पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम की टिप्पणियों के संदर्भ में बात कर रहे थे। चिंदबरम ने साक्षात्कार में उस ‘बड़े समझौते’ (ग्रैंड बारगेन) की अनदेखी करने का आरोप लगाया था जिसके तहत कश्मीर का भारत में विलय हुआ था। नायडू ने पूछा, “वह कांग्रेस ही थी जिसने 50 से भी अधिक वर्षो तक देश पर और जम्मू एवं कश्मीर राज्य पर शासन किया था..फिर वादा पूरा करने में कौन नाकाम रहा।”
उन्होंने कहा, “जम्मू एवं कश्मीर की समस्या नरेंद्र मोदी सरकार के कारण नहीं है और देश जानता है कि इस मुद्दे को किसने गलत तरीके से संभाला।”
नायडू ने उन पर भी निशाना साधा जिन्होंने हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की हत्या की आलोचना की थी। उन्होंने कहा, “एक आतंकवादी के लिए इतनी सहानुभूति क्यों है, जिसके खिलाफ 15 अपराधिक मामले दर्ज थे?”
(आईएएनएस)