नई दिल्ली। भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आज चीन के दौरे पर जा रहे हैं। इस बीच भारत की तरफ से एनएसजी सदस्य देशों की श्रेणी में अपने को शामिल करने के लिए जो कोशिश की थी उसपर चीन ने टांग अड़ा दी है। चीन की तरफ से भारत को एनएसजी की सदस्यता मिलना सही नहीं माना जा रहा है।
चीन ने भारत के इस रुख को खारिज कर दिया है कि फ्रांस को अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर किए बिना परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में शामिल किया गया था। बीजिंग ने कहा कि फ्रांस एनएसजी का संस्थापक सदस्य है और ऐसे में उसकी सदस्यता को स्वीकार किए जाने का सवाल कहां पैदा होता है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के दौरे से ठीक एक दिन पहले चीन ने न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप (एनएसजी) में भारत को शामिल किए जाने का विरोध किया है। चीन की तरफ से कहा गया है कि इस मामले में भारत को अपवाद मानते हुए सदस्य नहीं बनाया जा सकता। सूत्रों के मुताबिक, मुद्दे को लेकर इस सप्ताह दोनों देशों के बीच बातचीत हो सकती है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी मंगलवार को बीजिंग पहुंचने वाले हैं। वह यहां एक हाईप्रोफाइल बिजनेस समिट में हिस्सा लेंगे और उसके बाद चीनी नेताओं से वार्ता करेंगे।