जकार्ताः भारतीय कंपाउंड महिला तीरंदाजी टीम को अच्छी शुरूआत के बावजूद आखिरी समय में कुछ गलतियों का खामियाजा भुगतना पड़ा और वह कोरिया के खिलाफ यहां 18वें एशियाई खेलों की तीरंदाजी स्पर्धा के फाइनल में 228-231 से पराजित हो गई जिससे उसे रजत पदक से संतोष करना पड़ा। इन खेलों में भारत का तीरंदाजी में यह पहला पदक भी है।
दो अंक से पिछड़कर 56-58 से हार गयी
हालाकि भारतीय कंपाउंड तीरंदाजी टीम की खिलाडी मुस्कान किरण, मधुमिता कुमारी और ज्योति सुरेखा ने कोरियाई टीम को कड़ी टक्कर दी और पहला सेट 59-57 से अपने नाम किया फिर दूसरा दौर भारत के लहेजे काफी खराब साबित हुआ और दूसरे सेट में भारतीय तीरदांजी टीम दो अंक से पिछड़कर 56-58 से हार गयी।
तीसरा सेट भी पूरी तरह रोमांचक रहा
वहीं तीसरा सेट भी पूरी तरह रोमांचक रहा जिसमें दोनों टीमें 58-58 की बराबरी पर रहीं। चौथे सेट में भारतीय खिलाड़ियों ने काफी अच्छी शुरुआत की लेकिन उनसे भी अच्छी शुरुआत कोरियाई टीम की रही, इस दौरान कोरियाई टीम काफी आत्मविश्वास में दिखाई दी और उसने शुरूआत में ही दो परफेक्ट 10 के साथ 20-0 की बढ़त बना ली। भारतीय टीम यहीं से धीरे-धीरे पिछड़ने लगी।
भारतीय खिलाड़ी मुस्कान किरण ने पहले दो तीरों पर 9-9 के शॉट लगाए। हालांकि तीसरे शॉट पर परफेक्ट 10 से भारत को कुछ राहत मिली लेकिन अगले दो तीरों पर 8 और 9 के शॉट से वह स्वर्ण पदक से दूर हो गया। आखिरी तीर पर ज्योति सुरेखा ने 10 का स्कोर किया और भारतीय टीम यह सेट 55-58 से हार कर स्वर्ण गंवा बैठी।