वॉशिंगटन। अमेरिका में भारतीय मूल के बच्चों ने व्हाइट हाउस में कविता सुनाई जिसे सुनकर प्रथम महिला मिशेल ओबामा काफी प्रभावित दिखाई दी। ये कार्यक्रम व्हाइट हाउस में रखा गया था जिसका उद्देश्य नेशनल स्टूडेंट्स पोएट्स के जरिए कविता कौशल को सम्मानित करने का था। इस कार्यक्रम के लिए दो भारतीय समेत छह बच्चों को आमंत्रित किया गया था और बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
कार्यक्रम में शामिल 17 साल की माया ने अपनी कविता ‘मा, आई हैव नॉट स्पोकेन तमिल इन थ्री ईयर्स’ पढ़ी जिसे लोगों ने काफी सराहा। माया ने अपनी इस कविता के माध्यम से अपने प्रवासी होने और अपनी मातृभाषा तमिल के स्थान पर अंग्रेजी को अपनाने के दर्द भरे अनुभव को लोगों के साथ साझा किया। उसने कविता में कहा, मैंने 16 साल की उम्र से अधिक खोया है । मैंने जातीयता को बालों की तरह निकाल फेंका है, मां, मुझे डर है कि अब मैं गंजी हो जाउंगी और इस पंक्ति के साथ माया नेअपनी कविता समाप्त की।
सूत्रों के अनुसार माया की इस कविता ने मिशेल ओबामा को काफी प्रभावित किया यहां तक की मिशेल ने अपने भाषण में माया की कविता की तारीफ भी की।