श्रीनगर। भारत-पाकिस्तान के बीच जारी गतिरोध को लेकर जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का कहना है कि बहुत खून बह चुका है इसलिए अब शांति बनाए रखने के लिए भारत-पाकिस्तान को आगे आकर बातचीत का रास्ता अख्तियार कर लेना चाहिए। सीएम ने कहा कि वार्ता ही एक मात्र रास्ता है क्योंकि हम लोग कब तक एक दूसरे का खून बहाते रहेंगे। महबूबा ने दोनों देशों के बीच में दोस्ती की वकालत करते हुए कहा कि अब दिल्ली और इस्लामाबाद को दोस्ती का हाथ बढ़ाने के लिए दुश्मनी और हिंसा के रास्ते को छोड़ देना चाहिए। बता दें कि रविवा को जम्मू-कश्मीर के दिवंगत सीएम मोहम्मद सईद की दूसरी पुण्यतिथि के अवसर पर उनके मकबरे पर पहुंची सीएम ने यहां एक विशाल सभा को संबोधित किया।
इस दौरान महबूबा ने कहा कि गोलाबारी के दौरान सीमा पर कई लोगों की जान चली जाती है। दोनों देशों के लोगों के बीच एक-दूसरे के बारे में असुरक्षा पैदा होती है। मानवता को कब तक खून बहाना पड़ेगा इसलिए दोनों देशों के नेतृत्व को आगे बढ़कर घृणा को शांति में बदलना चाहिए। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच सौहार्दपूर्ण और मैत्रीपूर्ण संबंध होने का सभी पर सकारात्मक असर पड़ेगा क्योंकि हिंसा ने लोगों को केवल दुख दिया है। सीएम ने कहा कि राज्य में बीजेपी के साथ गठबंधन का मुख्य उद्देश्य भी यही था।
सीएम महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर के लोगों के विकास और कल्याण के लिए अपनी सरकार द्वारा किए जा रहे काम की सराहना की। उन्होंने कहा कि सूबे के युवाओं के खिलाफ मामलों को वापस लेने के वादे को जल्द ही पूरा किया जाएगा और केंद्र से पर्याप्त वित्तीय सहायता हासिल की जाएगी जोकि राज्य की भलाई के लिए लगाई जाएगी और रोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी की जाएगी। उन्होंने चेताया कि इसके लिए शांतिपूर्ण वातावरण की आवश्यकता है। कई कार्य 2016 में अशांति के कारण पूरे नहीं किए जा सके थे और दुर्भाग्य से धन समाप्त हो गया था।