वॉशिंगटन। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के सुरक्षा परिषद में दिए गए भाषण के बाद पाकिस्तान काफी बौखलाया हुआ है और इसी वजह से वो आतंकवाद के मुद्दे को नजरअंदाज कर बार-बार भारत के सामने कश्मीर के मुद्दे को लेकर आवाज उठा रहा है। एक और जहां पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सुरक्षा परिषद में आतंक के नुमाइंदे बुरहान वानी को कश्मीर का हीरो करार दिया तो वहीं पाकिस्तान प्रधानमंत्री के विशेष दूत सीनेटर मुशाहिद हुसैन सैयद ने भारत को धमकी दे डाली। लेकिन इन सब मामलों को देखकर ये जरुर साबित हो जाता है कि पाकिस्तान भारत द्वारा किए गए सर्जिकल स्ट्राइक से इस कदर डरा हुआ है कि वो अब विश्व स्तर पर अपनी साख बचाने के लिए किसी भी हद तक जाएगा।
इसी क्रम में भारत ने एक बार फिर से संयुक्त राष्ट्र को करारा जवाब दिया है। कश्मीर के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र से भारत ने कहा है कि पाकिस्तान वैश्विक शांति लिए सबसे बड़ा खतरा है और वहां बढ़ रहे आतंकी संगठन सभी देशों के लिए एक बड़े खतरे में तब्दील हो सकता है।
भारत की तरफ से ये बातें सोमवार को संयुक्त राष्ट्र में भारतीय राजदूत वेंकटेश वर्मा ने कहीं। वर्मा ने कहा ने कहा कि आतंकवाद और परमाणु ताकत को बढ़ावा देना किसी भी देश की शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा साबित हो सकता है। इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान को दो टूक शब्दों में जवाब देते हुए कहा कि जो देश परमाणु अप्रसार के रास्ते में दिक्कतें पैदा कर रहा है, विश्व समुदाय से स्वार्थी प्रस्तावों पर सहमति की दरखास्त करता है और ये परमाणु अप्रसार के एजेंडे में सबसे बड़ी बाधा है।
बता दें कि हाल ही में पाकिस्तान की राजदूत तहमीना जंजुआ ने संयुक्त राष्ट्र में भारत पर निशाना साधते हुए कहा था कि दक्षिण एशिया के सुरक्षा माहौल को भारत की नीतियों पर अमल करने से नुकसान पहुंचा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि कश्मीर विवाद को सुलझाए बगैर क्षेत्रीय शांति संभव नहीं हैं। जिसके बाद भारत ने पाकिस्तान पर पलटवार करके हुए अपनी बात संयुक्त राष्ट्र के सामने रखी।