पाकिस्तान के सैन्य दिवस के मौके पर यहां परेड में पहली बार भरतीय राजनयिक और सेना के वरिष्ठ अधिकारीयों ने हिस्सा लिया। एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान सेना के प्रमुख की इस पहल का मकसद नई दिल्ली को शांति का संदेश देना है। दोंनों देशों में चलते तनाव के बीच पाक सेना ने पहली बार भारत के रक्षा अधिकारियों को और उच्चायोग के वरिष्ठ राजनयिकों को 23 मार्च के परेड में शामिल होने का न्यौता दिया था। पाकिस्तान के एक अधिकारी ने एक्सप्रेस ट्रिब्यून को यह जानकारी दी है।
अधिकारी ने बताया कि यह पहल सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा की है और इसका उद्देश्य भारत को अमन का संदेश देना है। इस कार्यक्रम में भारत के उप उच्चायुक्त जेपी सिंह और रक्षा तथा सैन्य सलाहकार ब्रिगेडियर संजय पी विश्वराज शामिल हुए।
पाकिस्तान दिवस के मौके पर राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने भारत पर संघर्षविराम उल्लंघन और मानवाधिकारों उल्लंघन का आरोप लगाया और कहा कि नई दिल्ली की हरकतों के कारण क्षेत्रीय सुरक्षा खतरे में पड़ी है। उन्होंने कश्मीर मुद्दा भी उठाया और कश्मीरी जनता को आत्मनिर्णय का अधिकार देने को इसका समाधान बताया।
वहीं दूसरी तरफ भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त सोहैल महमूद ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान राजनयिकों के साथ उत्पीड़न का मुद्दा जल्दी से जल्दी सुलझाना चाहता है। उन्होंने कहा कि हमारा देश भारत के साथ शांतिपूर्ण और अच्छे पड़ोसी का संबंध चाहता है। एक सप्ताह पहले भारत और पाकिस्तान के बीच राजनयिकों के उत्पीड़न को लेकर बढ़ते विवाद के दरम्यान सलाह-मशविरा के लिये उन्हें इस्लामाबाद बुला लिया गया था। उन्होंने कहा कि ऐसे मुद्दे दोनों देशों के बीच संबंध को प्रभावित करते हैं।