गाजियाबाद। शनिवार को भारतीय वायुसेना ने 84 साल पूरे कल लिए है। इस मौके पर गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस में परेड के साथ-साथ कई लड़ाकू विमान भी हिस्सा लेंगे। इस परेड में वायुसेना के सबसे पुराने लड़ाकू विमानो से लेकर दुनिया के सबसे आधुनिक फाइटर एयरक्राफ्ट आसमान में अपनी ताकत दिखायेंगे। लेकिन इन सभी विमानो के बीच सबकी नजरें स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस पर रहेंगी जो परेड में पहली बार हिस्सा लेकर लोगों को अपने करतब दिखाते हुए अपनी शक्ति का परिचय देगा।
परेड में तेजस और सुखोई के अलावा मिराज, जगुआर, मिग लड़ाकू, ट्रांसपोर्ट विमान सी-130 और सी-17 विमान भी हिस्सा लेंगे। इतना ही नहीं, देसी सारंग हेलीकॉप्टर भी इस परेड में हिस्सा लेकर अपने करतब आसमान में दिखाएगा। इसके साथ ही ब्रिटिश रॉयल एयरफोर्स की रेड ऐरो एरोबेटिक टीम भी इस परेड में हिस्सा लेगी।
बता दें कि तेजस का इंजन स्वदेशी है और इसे एक अमेरिकी कंपनी ने बनाया है। वायुसेना के 84वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भारतीय वायु को बधाई देते हुए कहा कि राष्ट्र को वायु सेना की क्षमता और दक्षता पर गर्व है और आधुनिकीकरण के फलस्वरूप यह भविष्य की चुनौतियों से निपटने में सक्षम सामरिक बल बनेगा। मुझे यह जानकर अति प्रसन्नता हुई है कि भारतीय वायु सेना 8 अक्तूबर को अपनी 84वीं वर्षगांठ मना रहा है। गौरतलब है कि ये परेठ सुबग 8 बजे से शुरु बोकर लगभग 10:30 बजे तक चलेगी।