आरा। आरक्षण के विरोध के सवाल पर भारत बंद के दौरान मंगलवार को भोजपुर जिले में कई जगह हिंसक घटनाएं हुई हैं। सुबह जहां सपना सिनेमा मोड़, आनंद नगर के समीप बारह राउंड गोली चली वहीं दोपहर को शहर के गिरजा मोड़ के पास फायरिंग हुई। पूरा शहर धुंआ धुंआ हो उठा। आरा के सदर अनुमंडलाधिकारी की भूमिका संदेहास्पद बताई जा रही है।
बता दें कि लोगों ने आरोप लगाए हैं कि उन्होंने बंद के विरोधियों को प्रोत्साहित किया और बंद समर्थकों के साथ भिड़ंत के लिए उकसाया, जिसके बाद कई जगहों पर हिंसात्मक टकराव हुआ है। दोपहर तक आरा रेलवे स्टेशन पर अप और डाउन ट्रैक पर ट्रेनों का परिचालन बंद रहा। सुबह से ही बंद समर्थकों ने रेलवे ट्रैक पर अवरोधक रखकर रेलवे का परिचालन बंद कर दिया। रेलवे स्टेशन पर बड़ी संख्या में पुलिस बल के जवान तैनात थे। बड़ी संख्या में बंद समर्थक भी ट्रेनों को रोक कर आरक्षण व्यवस्था में बदलाव के लिए नारे लगा रहे थे।
वहीं चंदवा के समाजिक कार्यकर्त्ता अंजनी कुमार तिवारी को बंद के दौरान उपद्रव फैलाने के आरोप में गिरफ्तार कर मुफ्फसिल थाना में रखा गया है। दोपहर बाद जिलाधिकारी संजीव कुमार, एस पी अवकाश कुमार, डीडीसी, एसडीपीओ, एसडीएम, नवादा थाना, नगर थाना, मुफ्फसिल थाना के पुलिस अधिकारियों सहित कई वरीय अधिकारी दल बल के साथ यातायात बहाल कराने का प्रयास कर रहे हैं।आरक्षण का आधार आर्थिक आधार पर करने को लेकर भारत बंद के दौरान आरा के सभी बाजार, दुकानें, स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, सभी सरकारी और गैर सरकारी कार्यालय बंद रहे।