नई दिल्ली। भारत में 2022 में हाईस्पीड बुलेट ट्रेन दौड़ने की उम्मीद है। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन (एनएचएसआरसी) ने इसे जापान की हाई स्पीड ट्रेन शिंकानसेन की तर्ज पर ही चलाने का फैसला किया है। कॉरपोरेशन ने कहा कि अगर यह गाड़ी दो मिनट भी लेट होगी तो हम यात्रियों से माफी मांगेंगे। एनएचआरसीएल के प्रबंध निदेशक अचल खरे ने कहा है कि अगर बुलेट ट्रेन थोड़ी भी लेट होती है, तो हम सार्वजनिक तौर पर यात्रियों से माफी मांगेंगे। हम जापान की शिंकानसेन बुलेट ट्रेन की संस्कृति को अपनाना चाहते हैं, जहां कुछ मिनटों की देरी भी बड़ी बात मानी जाती है।
बता दें कि यहां तक कि हम यात्रियों को ट्रेन लेट होने की वजह भी बताएंगे। हालांकि, एनएचएसआरसी ने जापान की तर्ज पर लेट नोट जारी करने से इनकार किया है। खरे के मुताबिक, जापान और भारत की संस्कृति में थोड़ा फर्क है। समय पाबंदी में जापान की शिंकानसेन बुलेट ट्रेन को दुनियाभर में सबसे बेहतरीन माना जाता है। वहां रेलवे का अनुशासन इतना उच्चस्तर का है कि अगर बुलेट ट्रेन कुछ मिनट लेट हो जाती है तो विभाग हर एक पैसेंजर से निजी तौर पर माफी मांगता है। इसके लिए यात्रियों को लेट नोट्स भी जारी किए जाते हैं।
ताकि नौकरी पर जाने वाले लोग अपनी कंपनियों को देर से आने की वजह बता सकें। जापान रेलवे ने एक बार बुलेट ट्रेन के 20 सेकंड जल्दी पहुंचने के लिए भी यात्रियों से माफी मांगी थी। भारत में बुलेट ट्रेन योजना पर काम जारी है। 2022 से यह हाई स्पीड ट्रेन ट्रैक पर दौड़ती दिख सकती है। बुलेट ट्रेन हर दिन अहमदाबाद और मुंबई के बीच 508 किलोमीटर की दूरी 320 किमी/घंटा की रफ्तार से तय करेगी। कहा जा रहा है कि यह ट्रेन हर दिन 70 चक्कर लगाएगी। इसका किराया भी साधारण ट्रेन के फर्स्ट एसी की तुलना में 1.5 गुना ज्यादा होगा।