कोविड-19 महामारी से कराह रही दुनिया के लिए राहत की खबर है. फार्मा कंपनी Pfizer की कोरोना वैक्सीन क्लीनिकल ट्रायल में 90 प्रतिशत कारगर पाई गई है. उम्मीद की जा रही है कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो इस महीने के आखिर तक कंपनी की वैक्सीन को बेचने की मंजूरी मिल सकती है. इसका फाइनल प्रॉडक्ट इसी साल तैयार हो सकता है.
भारत को कब मिलेगी वैक्सीन?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को जानकारी दी कि केंद्र सभी वैक्सीन निर्माताओं से बातचीत कर रहा है, जिसमें विदेशी निर्माता भी शामिल हैं. मंत्रालय ने एक संवाददाता सम्मेलन में कंपनी फाइजर इंक के साथ गठजोड़ करने पर विचार को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि कोविड-19 वैक्सीन प्रशासन को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर विशेषज्ञों का समूह घरेलू और विदेशी निर्माताओं सहित सभी वैक्सीन निर्माताओं के साथ बातचीत कर रहा है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव ने कहा कि इस बातचीत में हम वैक्सीन के विकास कार्यों को देखते हैं. साथ ही नियामक संस्थाओं की ओर से मिले अप्रूवल भी वैक्सीन की स्थिति को बताते हैं. रिपोर्ट के अनुसार अधिकारियों ने भी ये पुष्टि की है किभारत अपने आरएनए वैक्सीन के लिए फाइजर के साथ कई अन्य घरेलू और विदेशी वैक्सीन डेवलपर्स के साथ बातचीत कर रहा है.
फाइजर के प्रवक्ता का बयान
फाइजर के प्रवक्ता ने कहा कि वो 2020 में 50 मिलियन खुराक और 2021 में 1.3 बिलियन खुराक का उत्पादन करने की उम्मीद कर रहा है. कंपनी का कहना है कि अगर हमारा टीका सफल होता है, तो फाइजर उन देशों में उपलब्ध खुराक आवंटित करेगा जहां हमने आपूर्ति समझौतों को पूरा किया है.