नई दिल्ली। एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप तक दागने वाले अपने इंटरकॉन्टिनेंटल बलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का परीक्षण करने की तैयारियों में लगा हुआ है। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा यह टेस्ट दो सालों के बाद होगा। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक इस मिसाइल का टेस्ट ओडिशा के वीलर आइलैंड से होगा। इस मिसाइल की टेस्टिंग रणनीतिक नजरिए से बेहद खास मानी जा रही है क्योंकि इस मिसाइल के निशाने पर पूरा चीन रहेगा।
रक्षा सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक न्यूक्लियर वॉरहेड ढ़ोने में सक्षम इस मिसाइल का टेस्ट दिसंबर के आखिरी में होगा, यदि दिसंबर के आखिर तक यह काम मुमकिन नहीं हुआ तो जनवरी के पहले या दूसरे सप्ताह में इस काम को किया जाएगा।
क्या होगा फायदा
अग्नि-5 मिसाइल को आसानी से कही भी ले जाया और दागा जा सकता है। इससे पहले साल 2012, 2013 और 2015 में इस मिसाइल को टेस्ट किया जा चुका है।5 हजार किमी की मिसाइल रखने वाला भारत, अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और ब्रिटेन के बाद पांचवां देश होगा।