नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा येरूशलम को इजाइल की राजधानी के रूप में मान्यता देने के बाद भारत ने भी इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है। भारत ने इस मामलें में अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि फिलस्तीन को लेकर हमारा रुख स्वतंत्र और सुसंगत है और किसी भी तीसरे देश से उसका नजरिया फिलिस्तीन के लिए नहीं बदलेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि फिलिस्तीन पर भारत का रुख उसके अपने विचारों और हितों के अनुरूप है और किसी भी तीसरे देश को हमारे मामले में दखल देने की कोई जरूरत नहीं।
अमेरिका द्वारा येरुशलम को इजरायल की राजधानी के तौर पर मान्यता देने पर भारत के रुख के संबंध में पूछे गए एक सवाल पर उन्होंने कहा कि फिलिस्तीन पर भारत का रुख स्वतंत्र और सुसंगत है। ये हमारे विचारों और हितों के अनुरूप है ना कि किसी तीसरे देश के नजरिए के अनुरूप है। अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रंप ने येरुशलम को इजरायल की राजधानी के तौर पर मान्यता देने की बुधवार को घोषणा की थी जो इस पवित्र शहर पर दशकों से चली आ रही अमेरिकी और अंतरराष्ट्रीय नीति के विपरीत है।
गौरतलब है कि फिलिस्तीन पूर्वी येरूशलम को अपनी राजधानी मानता है, जहां अल अक्सा मस्जिद स्थित है। ट्रंप के इस घोषण के बाद अरब जगत में खलबली मच गई है। ट्रंप के इस फैसले को लेकर अरब जगत ने ये आशंका जताई है कि इस फैसले से बड़े स्तर पर विवाद छिड़ सकता है, जोकि पूरी दुनिया को बड़े युद्ध की चपेट में ले सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति के फैसले के बाद फ्रांस, मिस्र और ब्रिटेन सहित आठ देशों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई है। वहीं दूसरी तरफ अमेरिका की इस घोषणा के बाद अलकायदा और इस्लामिक स्टेट ने अमेरिका में खून की नदियां बहाने की धमकी दी है