नई दिल्ली। लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास चीनी सेना के हर दुस्साहस का जवाब देने के लिए अब भारतीय सेना तैयार नजर आ रही है। खबर के अनुसार बीते 54 सालों में पहली बार भारत ने चीन की सीमा पर 100 टैंको की तैनाती की है। बताया जा रहा है इन टैंकरों की संख्या में अभी और इजाफा हो सकता है। ये टैंक चीनी घुसपैठ के खतरे को नजर में रखते हुए तैनात किए गए हैं।
इन टैंकों की लद्दाख में तैनाती आसान नहीं है। यहां पर तापमान काफी ठंडा रहता है। ऐसे में इन टैंको को स्पेशल फ्यूल से चलाया जाएगा। इससे पहले भी भारत द्वारा 1962 की जंग के दौरान 5 टैंको को प्लेन से उतारा गया था।
युद्धक टैंकों की तैनाती किए जाने की आलोचना करते हुए चीन के सरकारी मीडिया ने गुरुवार (21 जुलाई) को कहा कि यह कदम देश में चीनी निवेश के प्रवाह पर असर डाल सकता है। इसके साथ ही चीनी मीडिया ने आपसी गलतफहमियों को दूर करने के लिए साझा प्रयासों का आह्वान किया। सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में छपे एक लेख में गुरुवार (21 जुलाई) को कहा गया, ‘किसी भी संभावित खतरे का सामना करने के लिए भारत-चीन सीमा के पास लगभग 100 टैंक तैनात किए जाने की खबर पर लोगों का ध्यान गया है क्योंकि ज्यादा चीनी कंपनियां भारत में अपना निवेश बढ़ाने के बारे में सोच रही हैं।’