नई दिल्ली। सत्ता संभालते ही विदेशों और पड़ोसी मुल्क से दोस्ती बढ़ा रही है। भारत तो दोस्ती का हाथ आगे कर ही रहा है लेकिन अब बांग्लादेश दोस्ती का हाथ बढ़ा सकता है। कयास लगाए जा रहे हैं कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना अपने भारत दौरे पर कुछ अहम समझौतों पर हस्ताक्षर कर सकती है। इन समझौतों में सबसे ज्यादा उम्मीद असैन्य परमाणु पर होने वाले समझौते पर लगाई जा रही है। गौरतलब है कि बांग्लादेश के रूपपुर में रूस न्यूक्लियर पावर प्लांट स्थित है। अगर भारत और बांग्लादेश के बीच ये समझौता हो जाता है तो भारत-रूस-बांग्लादेश के बीच में त्रिपक्षीय सहयोग बढ़ सकती है।
बांग्लादेश भी निकालना चाहता है मतलब
एक तरफ भारत की निगाहें रूपपुर पर है तो बांग्लादेश की निगाहें तमिलनाडु के कुडानकुलम में रूस की मदद से बने न्यूक्लियर पावर प्लांट पर है। इस समझौते में बांग्लादेश प्लांट का पूरा फायदा उठाना चाहती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बांग्लादेश सरकार ने कहा है कि बांग्लादेश के अधिकारियों का तमिलनाडु के पावर प्लांट में ट्रेनिंग देना आर्थिक तौर पर फायदेमंद होगा।
रूस से गहरी दोस्ती
भारत और रूस के संबंध पुराने जमाने से काफी प्रगाढ़ रहे हैं। 1971 के युद्ध के दौरान भी रूस ने भारत का साथ दिया था। 2014 में भारत और रूस के बीच हुए परमाणु ऊर्जा के समझौते के तहत रूस के डिजाइन वाले न्यूक्लियर प्लांट के में सर्विस के लिए भारतीय इंडस्ट्री के लिए संभावनाओं की उम्मीद हैं।