नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें अब और गहरा सकती है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार में मंत्री रहे कपिल मिश्रा इन दिनों मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके अन्य मंत्रियों के खिलाफ एक के बाद एक खुलासे करते जा रहे हैं। खुलासे का पिटारा अभी थमा ही नहीं था कि उन्होने अब पार्टी में दिए के फंड को लेकर जो सनसनीखेज खुलासा किया था। उसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने 2 करोड़ रूपये के चंदे की हेराफेरी करने के मामले में अब केस दर्ज किया है।
प्रवर्तन निदेशालय की ओर से इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के एक्ट में मामला दर्ज किया गया है। इसके पहले इनकम ट्रैक्स डिपार्टमेंट की ओर से आम आदमी पार्टी को पिछले ही महीने एक झटका मिला था जब आई टी ने कहा था कि ये चंदे के पैसे नही बल्कि आम आदमी पार्टी की आमदनी है। मामला था कि आप को 2015 में 50-50 लाख के 4 ड्राफ्ट के जरिए 2 करोड़ रूपये चंदे के तौर पर मिले थे। उसे मिली इस धनराशि पर अवाम नाम के एक एनजीओ ने आरोप लगाया था कि आम आदमी पार्टी ने ये धनराशि 4 फर्जी कम्पनियों के जरिए 50-50 लाख रूपये के ड्राफ्ट में ली थी। साथ ही उस पर आरोप था कि उसने इस बहाने कालाधन सफेद किया है। अब इसी मामले को लेकर ईडी और आई टी ने आप पर सिकंजा कसा है।
हांलाकि इसी चंदा का जिक्र कपिल मिश्रा के खुलासे में भी हुआ था जिसके बाद एक मुकेश नामक व्यक्ति सामने आया था जिसने दावा किया था कि कम्पनियां उसकी है ये फर्जी नहीं है। हांलाकि कपिल मिश्रा ने उसके बाद आरोप लगाया था कि आम आदमी पार्टी अपने बचाव के लिए मुकेश को मोहरा बना रही है। इसके साथ ही उन्होने कुछ दस्तावेज भी सामने किए थे। इस सभी मामलों की जांच के बाद आखिरकार ईडी ने इस मामले में आम आदमी पार्टी पर सिकंजा कसते हुए मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है।