लखनऊ। पूरे देश के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में भी कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। प्रदेश में शनिवार को 64 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं। जिसके बाद यूपी में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 946 हो गई हैं। वहीं, अब तक यूपी में कोरोना वायरस से 14 लोगों ने जान गंवाई है। इटावा जिले में किराने की दुकान पर खरीदारी करते लोगों की भीड़ दिखाई दी। यहां लोग सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते नजर आए।
कानपुर देहात में लॉकडाउन के चलते जिला पुलिस की सख्ती सुबह से जारी रही। उपनिरीक्षक नेहा यादव पुखरायां पीएनबी शाखा के बाहर शून्य बैलेंस खाताधारकों को सोशल डिस्टेंसिंग की हिदायत देती नजर आईं। भारत नेपाल सीमा विराटनगर के रास्ते लॉकडाउन के दौरान नेपाल में अवैध रूप से प्रवेश किए दिल्ली और यूपी के रहने वाले 12 लोगों को एक मस्जिद से नेपाल पुलिस ने पकड़ा है। कोरोना वायरस की जांच में सभी भारतीय नागरिक कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
लॉकडाउन में पुलिस के पकड़ने पर लोग तरह-तरह के बहाने बना रहे हैं। कोई कूलर की घास लेने जाने की बात कह रहा है तो कोई अंडे खरीदने की। आगरा में पुलिस ने हरीपर्वत चौराहे पर एक व्यापारी का 2500 रुपये का चालान काटा। उनका कहना था कि वो अंडे लेने निकले हैं।
मेरठ में कोरोना संदिग्ध की मौत
मेरठ के मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती एक व्यक्ति की शनिवार सुबह मौत हो गई है। हालांकि अभी उनकी कोरोना की रिपोर्ट नहीं आई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि वह कोरोना पॉजिटिव था या निगेटिव। प्राचार्य डॉ. आर सी गुप्ता ने इसकी पुष्टि की है।
महराजगंज जिला कोरोना मुक्त हुआ
महराजगंज जिला कोरोना मुक्त हो गया है। इसमें उन चिकित्सकों का अहम योगदान है, जिन्होंने दिन रात एक कर आइसोलेशन वार्ड में सतर्कता, संयम एवं साहस से काम लिया। यहीं कारण है कि कोरोना पॉजिटिव छह मरीज करीब 10 दिन में ही स्वस्थ्य हो गए। उनकी तीसरी जांच में यह खुलासा हुआ है। अब उन्हें क्वारंटीन में रखने की व्यवस्था की जाएगी। स्वस्थ हुए मरीजों के परिजन भी ठीक हैं।
मुजफ्फरनगर: पांच दिन से नहीं मिला कोई पॉजिटिव केस
मुजफ्फरनगर प्रशासन की ओर से किराना, दूध डेयरी, फल सब्जी के अलावा मेकैनिक, स्पेयर पार्ट्स, बीज की दुकानें खोलने की छूट दिए जाने से नागरिकों के साथ किसानों ने भी राहत की सांस ली है। जनपद में बीते 5 दिनों में कोरोना पॉजिटिव का कोई नया केस नहीं मिलने से प्रशासन ने हॉट स्पॉट क्षेत्रों से कुछ इलाकों को अलग करने की योजना बनाई है। कुछ इलाकों में किसानों को खेती कार्य करने की अनुमति दी गई है।